8th Pay Commission Salary: कर्मचारियों को इतनी ज्यादा मिलेगी सैलरी,विस्तृत जानकारी।

8th Pay Commission Salary: कर्मचारियों को इतनी ज्यादा मिलेगी सैलरी,विस्तृत जानकारी।

भारत सरकार के लिए केंद्रीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि की मांग

हमारे देश में एक करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारियों द्वारा आठवें वेतन आयोग के गठन की लगातार मांग की जा रही है। सभी कर्मचारियों को आशा है कि भारत सरकार जल्द उनकी इस मांग पर ध्यान देगी और आठवें वेतन आयोग का गठन करेगी।

आपको बता दें कि भारत सरकार समय-समय पर नए वेतन आयोग का गठन करती है, और आने वाले समय में आठवें वेतन आयोग का गठन भी किया जाएगा। आज हम इसी आठवें वेतन आयोग के बारे में चर्चा करेंगे।

वेतन आयोग के संभावित प्रभाव

हालिया जानकारी के अनुसार, आठवें वेतन आयोग के गठन के बाद कर्मचारियों के वेतन में 25% से 35% तक की वृद्धि देखने को मिल सकती है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि वेतन आयोग का गठन कर्मचारियों के लिए कितना लाभकारी होगा, और इसलिए उनकी यह मांग लगातार उठाई जा रही है।

सचिव शिव गोपाल शर्मा ने भारत सरकार को एक पत्र लिखकर वेतन आयोग के गठन की जल्द करने की अपील की है। आठवें वेतन आयोग के गठन से फिटमेंट फैक्टर में भी 2.57 से 3.8 तक की वृद्धि की संभावना है।

आठवें वेतन आयोग के गठन से वेतन

आठवें वेतन आयोग के गठन के बाद कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन ₹26,000 प्रति माह हो जाएगा। नए वेतन आयोग के गठन के लिए एक सभा आयोजित की जाती है, जिसमें वेतन ढांचे, भत्तों की समीक्षा की जाती है, और आवश्यक बदलावों पर विचार किया जाता है।

वेतन आयोग गठन की समयावधि

भारत सरकार द्वारा नए वेतन आयोग का गठन हर 10 साल में किया जाता है। चूंकि सातवें वेतन आयोग को गठित हुए काफी समय हो चुका है, इसलिए कर्मचारियों के लिए आठवें वेतन आयोग का गठन लंबे समय से लंबित है।

आठवें वेतन आयोग की संभावित तारीख

फिलहाल, आठवें वेतन आयोग के गठन की आधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं की गई है। हालांकि, अनुमान लगाया जा रहा है कि यह आयोग 2026 की शुरुआत में गठित हो सकता है, जिससे कर्मचारियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।

आर्थिक प्रभाव

कोविड-19 के कारण देश की आर्थिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा था, और महंगाई दर में वृद्धि हुई थी। इसके परिणामस्वरूप सरकार की कमाई बढ़ी, लेकिन महंगाई का सीधा प्रभाव कर्मचारियों की क्रय शक्ति पर पड़ा।

कर्मचारियों द्वारा प्रस्ताव

सचिव गोपाल मिश्रा ने कैबिनेट को एक पत्र लिखकर वर्तमान आर्थिक स्थिति का उल्लेख किया और वेतन आयोग के गठन की मांग की। पत्र में उल्लेख किया गया कि सरकारी राजस्व सत्र 2015 के बाद दोगुना हो गया है और कर संग्रहण में भी वृद्धि हुई है, लेकिन इसके अनुरूप कर्मचारियों को वेतन नहीं बढ़ाया गया है।

इससे स्पष्ट है कि कर्मचारियों की वेतन वृद्धि की मांग में एक मजबूत आधार है, और वेतन आयोग का गठन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

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