जोमैटो और स्विगी ने तोड़े मार्केट के कॉम्पिटिशन नियम, CCI ने दिया दोषी करार
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने जोमैटो और स्विगी को प्रतिस्पर्धा कानूनों का उल्लंघन करने का दोषी पाया है। यह फैसला नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया की शिकायत के बाद की गई जांच में आया है, जिसमें यह पता चला कि दोनों कंपनियां कथित तौर पर चुनिंदा रेस्तरां पार्टनर्स को फायदा पहुंचाने वाली गतिविधियों में शामिल थीं।
जांच के नतीजे:
CCI की जांच में पता चला कि जोमैटो और स्विगी ने अपने प्लेटफॉर्म पर चुनिंदा रेस्तरां पार्टनर्स को विशेष अधिकार और छूट दिए थे, जिससे अन्य रेस्तरां को नुकसान पहुंचा। इसके अलावा, जोमैटो ने गैर-अनुपालन के लिए दंडात्मक प्रावधानों सहित मूल्य निर्धारण और छूट प्रतिबंध लगाए, जबकि स्विगी ने कथित तौर पर साझेदारों को संभावित रैंक डाउनग्रेड की चेतावनी दी थी।
इस फैसले से जोमैटो और स्विगी के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। दोनों कंपनियों को अपने व्यवसाय मॉडल में बदलाव करना पड़ सकता है और उन्हें अपने प्लेटफॉर्म पर सभी रेस्तरां के साथ समान व्यवहार करना होगा।
स्विगी के आईपीओ पर असर:
इस फैसले से स्विगी के आईपीओ पर भी असर पड़ सकता है। स्विगी ने अपने आईपीओ के लिए 11,327 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है, लेकिन इस फैसले से निवेशकों का विश्वास कम हो सकता है। स्विगी के आईपीओ को शुक्रवार को अंतिम दिन तक 3.59 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था, लेकिन अब यह देखना होगा कि इस फैसले से क्या असर पड़ता है।
जोमैटो के शेयरों पर असर:
इस फैसले से जोमैटो के शेयरों पर भी असर पड़ा है। जोमैटो के शेयर 3% गिर गए हैं, जिससे कंपनी के मार्केट कैप में कमी आई है।