Kartik Purnima 2024: कार्तिक पूर्णिमा पर बन रहे ये 3 दुर्लभ योग, इस शुभ मुहूर्त में स्नान-पूजा से मिलेगा विशेष लाभ
कार्तिक पूर्णिमा 2024 इस बार कई शुभ संयोगों का योग लेकर आ रही है। सनातन धर्म के विद्वानों के अनुसार, इस बार के कार्तिक पूर्णिमा पर कुछ खास ज्योतिषीय संयोग बन रहे हैं, जो इस दिन के महत्व को और बढ़ा देते हैं।
इस बार कार्तिक पूर्णिमा पर मंगल और चंद्रमा दोनों एक-दूसरे की राशि में होंगे, जिससे देर रात गजकेसरी राजयोग बनेगा। इसके अलावा, न्याय के देवता शनि 30 साल बाद कुंभ राशि में गोचर करेंगे, जो एक विशेष संयोग है। साथ ही, बुधादित्य राजयोग और शश राजयोग भी बन रहे हैं, जो लगभग 30 वर्षों बाद हो रहे हैं। इन संयोगों के कारण इस दिन किए गए अच्छे कार्यों का पुण्य कई गुना बढ़ जाएगा।
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा का प्रारंभ 15 नवंबर को सुबह 6 बजकर 19 मिनट से होगा और इसका समापन 16 नवंबर को सुबह 02 बजकर 58 मिनट तक होगा। इस दिन के स्नान-दान का विशेष शुभ मुहूर्त 15 नवंबर को सुबह 4:58 बजे से 5:51 बजे तक रहेगा। वहीं, भगवान सत्यनारायण की पूजा का समय सुबह 6:44 बजे से 10:45 बजे तक रहेगा।
- दान का महत्व: इस दिन आप अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान कर सकते हैं। यह दिन दान के लिए बहुत ही शुभ है। आप जरूरतमंदों को कपड़े, तिल, भोजन या पैसों का दान कर सकते हैं। साथ ही, गुड़ का दान भी करें, जो घर की दरिद्रता को दूर करता है और पुण्य का भागी बनाता है।
- दीप दान: कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी के घाट पर दीपदान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। अगर आप गंगा नदी तक नहीं पहुंच सकते, तो किसी भी नदी या तालाब के किनारे दीप दान कर सकते हैं। यह आपके जीवन में उजाला और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगा।
- मुख्य द्वार पर दीप जलाएं: शाम के वक्त घर के मुख्य द्वार पर घी का दीपक जरूर जलाएं। इससे घर में सुख-समृद्धि आती है और आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
- पवित्र स्नान और पूजा: इस दिन पवित्र नदी या जल स्रोत में स्नान करना और भगवान सत्यनारायण की पूजा करना बहुत लाभकारी होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Sm News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)