बैंक ऑफ बड़ौदा की कैश रिसाइक्लर मशीन से 49.80 लाख के गबन में पटेलनगर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही, चार लाख नगद बरामद किए गए। इंस्पेक्टर संजय कुमार ने बताया कि सीएमएस इंफोसिस सिस्टम के शाखा प्रबंधक सुधार ढौंडियाल ने गबन का केस दर्ज कराया था।
उनकी फर्म विभिन्न बैंकों के एटीएम और कैश रिसाइक्लर मशीन से निकासी और पैसे जमा करने का काम करती है। कंपनी ने एक रूट की मशीनों में पैसा जमा करने और निकालने की जिम्मेदारी परवीन मौर्य पुत्र गयादीन मौर्य निवासी भेदपुर भदोखर रायबरेली, शिवम पुत्र जगबहादुर सिंह निवासी जनसेरा सनई रायबरेली, गौरव कुमार पुत्र विनोद प्रकाश निवासी देल धेल चौड़ी पौड़ी, रिषभ कनौजिया पुत्र छोटे लाल निवासी बी-ब्लॉक नेहरू कॉलोनी देहरादून को दी थी।
आरोप है कि इन चारों ने मनोज यादव पुत्र राम सेवक निवासी सीओडी कॉलोनी पीएसी बाईपास कानपुर नगर, अंकित यादव पुत्र शत्रुघन यादव निवासी पूरेधनऊ रायबरेली और अजय प्रताप सिंह पुत्र हरि शंकर सिंह निवासी पुरेबेसन मजरे उमरी रायबरेली के साथ मिलीभगत की। आरोप है कि सातों ने दो और 16 अगस्त, 14 सितंबर, चार और 23 अक्तूबर को बैंक ऑफ बड़ौदा पटेलनगर की सीआर मशीन से 49.88 लाख रुपये का गबन किया।
इनकी यह गतिविधि सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुई। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर रायबरेली से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान प्रवीण मौर्य (21) पुत्र गयादीन, शिवम सिंह (24) पुत्र जगत बहादुर सिंह और अंकित यादव (31) पुत्र शत्रुघन के रूप में हुई।