भोटा राधास्वामी हॉस्पिटल के बाहर स्थानीय लोगों ने किया धरना प्रदर्शन , पढ़िए क्या मामला।
हमीरपुर जिला में राधास्वामी चेरिटेबल हॉस्पिटल पिछले कई सालों से स्थानीय क्षेत्र में अपनी निशुल्क सेवाएँ दे रहा है। वही कोरोना काल में भी इस हॉस्पिटल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
आजकल इस हॉस्पिटल को बंद का निर्णय राधा स्वामी ट्रस्ट द्वारा लिया गया है , और 30 नवम्बर को इस हॉस्पिटल को बंद करने के आदेश हैं।
आपको बता कि इस सारे मामले पर स्थानीय लोगों में आक्रोश है , क्योकि लोगों को इस हॉस्पिटल से काफी ज्यादा फायदा होता है , वही दूसरी और इस सारे मामले पर लोग प्रदेश सरकार को जिम्मेदार मान रही है, और लोगों के मन में भिन्न भिन्न भ्रांतियां हैं।
इस मामले विस्तृत जानकारी देते हुए भोटा चैरिटेबल हॉस्पिटल के प्रसाशनिक अधिक कैप्टन जग्गी ने बताया कि यह सारा मामला लैंड ट्रांसफर का है आपको बता कि राधा स्वामी सत्संत ब्यास और उनकी ही एक जगत सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट दोनों अलग अलग संस्थाए हैं , जिसमें से राधा स्वामी सत्संग ब्यास ,सत्संग और अन्य कार्य करती है , वही जगत सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल और स्वास्थ्य सेवाओं की देख रेख करती है.
अब जो भोटा चैरिटेबल हॉस्पिटल की 36 एकड़ भूमि राधा स्वामी सत्संग ब्यास के नाम पर पंजीकृत है जिसके चलते होस्पिटस्ल में आने वाले एक्यूप्मेंट्स पर भारी भरकम GST राधा स्वामी सत्संग ब्यास ट्रस्ट कोचुकाना पड़ रहा है , जिसके चलते राधा स्वामी सत्संग ब्यास ट्रस्ट इस हॉस्पिटल को भूमि समेत राधा स्वामी सत्संग ब्यास ट्रस्ट से जगत सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट में ट्रांसफर करना चाहती है , जो हिमाचल के भूमि ट्रांसफर क़ानून के अंतर्गत संभव नहीं है , जिसके चलते सरकार को इस क़ानून में ही संसोधन करना पड़ेगा , अतः इसके लिए सरकार को समय की आवश्यकता होगी।
मुख्यमंत्री ने पिछले कल अपना ब्यान जारी करते हुए कहा कि सरकार इस मामले को लेकर गंभीर है और जल्द ही इस मामले पर उचित फैसंला लिया जायेगा , मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जनता के साथ है और हॉस्पिटल को बंद न करने की और प्रयासरत है।