पितृ पक्ष 2024: घर में पुरुष नहीं है तो कौन करे श्राद्ध? जानें पितृ शांति के उपाय
पितृ पक्ष 17 सितंबर से शुरू हो रहा है और 2 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान लोग अपने पितरों को याद कर तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध, दान, ब्राह्मण भोज, पंचबलि आदि करते हैं। लेकिन अगर किसी के परिवार में पुरुष सदस्य नहीं है तो कौन करे श्राद्ध?
ज्योतिषाचार्य राकेश चतुर्वेदी के अनुसार:
– बड़े पुत्र को श्राद्ध करने का पहला अधिकार है।
– यदि बेटा नहीं है तो छोटा पुत्र श्राद्ध कर सकता है।
– यदि पुत्र नहीं है तो पुत्री, दामाद या बहू श्राद्ध कर सकती है।
– नवासा (बेटी का बेटा) भी श्राद्ध कर सकता है।
पितृ शांति के लिए उपाय:
– प्रतिदिन ऊं पितृ देवताभ्यो नम: का जाप करें।
– ऊं नमो भगवते वासुदेवाय और गायत्री मंत्र का जाप करें।
– कौआ, गाय और कुत्ता को भोजन दें, क्योंकि इन्हें प्रतीकात्मक रूप से पितरों का प्रतिनिधि माना जाता है।