गेहूं की कीमतें बढ़ने की संभावना, क्या 4000 रुपये प्रति क्विंटल का आंकड़ा पार होगा?
देश में त्यौहारी सीजन की शुरुआत से पहले, गेहूं की कीमतें अचानक बढ़ गई हैं। सरकार के लिए यह स्थिति चिंताजनक हो गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि त्यौहारी सीजन में गेहूं की मांग में वृद्धि से कीमतें और बढ़ सकती हैं।
हाल के दिनों में गेहूं की कीमतों में लगातार वृद्धि देखी गई है। सरकारी नियंत्रण के बावजूद, गेहूं की कीमतें 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़त के साथ 3100 रुपये प्रति क्विंटल को पार कर चुकी हैं। यह उछाल इस बात का संकेत है कि आगे भी गेहूं की कीमतों में और बढ़त हो सकती है।
दिल्ली फ्लोर मिल्स एसोसिएशन के अधिकारियों का मानना है कि यदि बाजार में गेहूं की आवक नहीं बढ़ी, तो दीपावली तक गेहूं की कीमतें 3500 रुपये प्रति क्विंटल को पार कर सकती हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि नई फसल आने में अभी कुछ समय है।
बाजार के जानकारों का मानना है कि आने वाले त्यौहारी सीजन में गेहूं की कीमतों में और तेजी आने की संभावना है। किसानों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है कि वे बाजार के रुख को समझते हुए अपनी फसल को बेचें।
सरकारी स्टॉक की स्थिति को देखते हुए, ओएमएसएस के माध्यम से गेहूं का खुला बाजार में आना फिलहाल संभव नहीं दिख रहा। बाजार के जानकारों का मानना है कि त्यौहारी सीजन में गेहूं की कीमतें 4000 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर को भी पार कर सकती हैं। Read More Artical