अभिलाषी आयुर्वेदिक कॉलेज को भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा 60,000 प्रकृति परीक्षण पूरे करने पर मुंबई में द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया !
अभिलाषी विश्वविद्यालय के अंतर्गत चल रहे अभिलाषी आयुर्वेदिक कॉलेज एवं रिसर्च इंस्टीट्यूट को केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव द्वारा मुंबई में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रतिष्ठित द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार “देश का प्रकृति परीक्षण अभियान” के अंतर्गत उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया। अभिलाषी आयुर्वेदिक कॉलेज एवं रिसर्च इंस्टीट्यूट, मंडी, हिमाचल प्रदेश को देशभर के सभी स्नातकोत्तर कॉलेजों में दूसरा स्थान व हिमाचल प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।
अभिलाषी आयुर्वेदिक कॉलेज ने लगभग 60,000 प्रकृति परीक्षण पूरे किए, जिससे यह हिमाचल प्रदेश में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचा। यह राष्ट्रीय अभियान, जो आयुष मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था, लोगों को उनकी शारीरिक और मानसिक प्रकृति को समझने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करता है। वहीं मुंबई में आयोजित समारोह के दौरान केंद्रीय आयुष मंत्री श्री प्रतापराव जाधव ने कहा की यह पहल लाखों लोगों को उनकी प्रकृति को समझने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने में मदद कर रही है। अभिलाषी आयुर्वेदिक कॉलेज जैसे संस्थान आयुर्वेद को हर घर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इस अभियान के तहत 4.7 लाख से अधिक स्वयंसेवकों ने भाग लिया, जिससे पूरे देश में आयुर्वेद के प्रति जागरूकता फैलाई जा रही है। यह सरकार की आयुर्वेद को मुख्यधारा की स्वास्थ्य सेवाओं में शामिल करने की एक प्रमुख पहल है।अभिलाषी आयुर्वेदिक कॉलेज एवं रिसर्च इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल व प्राचार्य डॉ. दिव्या दीपक ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए शिक्षकों, गैर-शिक्षण स्टाफ और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया। वहीं उन्होंने संस्थान के सम्मानित नेतृत्व को भी विशेष धन्यवाद दिया।
इस मौके पर अभिलाषी विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ आर. के. अभिलाषी, प्रो चांसलर डॉ एल.के.अभिलाषी, वाइस चांसलर प्रोफेसर एच. के. चौधरी, रजिस्ट्रार डॉ कपिल कपूर, जीनीयस एजुकेशन सोसाइटी की चेयरपर्सन डॉ नर्वदा अभिलाषी, अभिलाषी एजुकेशन सोसाइटी की वाइस चेयरपर्सन डॉ प्रोमिला अभिलाषी, सचिव नरेंद्र कुमार, डीन डॉ डी. के. मिश्रा ने समस्त विभाग के प्रोफेसरों, छात्रों व अन्य स्टाफ को बधाई दी है।