हिमाचल में पर्यटन निगम के होटलों में ठहरना और खाना हुआ महंगा

हिमाचल प्रदेश में 15 अप्रैल से शुरू हो रहे समर सीजन से पहले पर्यटकों को बहुत बड़ा झटका दिया गया है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के होटलों में ठहरना और खाना महंगा कर दिया गया है। वहीं, सामान्य का 300, डीलक्स कमरों का किराया 400 रुपये तक बढ़ाया गया है। नई दरें 15 अप्रैल से लागू होंगी।

बता दें कि वर्तमान में मैदानी इलाकों में एचपीटीडीसी के होटलों में सामान्य कमरे का रेट 2000 रुपये से बढ़ाकर 2300 रुपये प्रति रात्रि कर दिया गया है। डीलक्स कमरा जो पहले 2500 रुपये में मिलता था, अब इसके लिए 2900 रुपये चुकाने होंगे। कमरों की बुकिंग पर जीएसटी अलग से देना होगा। खाने के दाम भी 15 फीसदी तक बढ़ाए गए हैं। खाने की नई दरें 1 अप्रैल से लागू कर दी गई हैं।

वहीं, खाद्य तेल, गैस सिलिंडर, पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ने से निजी क्षेत्र के होटल, रेस्तरां और ढाबा संचालक पहले ही खाद्य वस्तुओं के दाम 15 से 20 फीसदी तक बढ़ा चुके हैं। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के उपमहाप्रबंधक अनिल तानेजा का कहना है कि निगम के होटलों में रात्रि ठहराव के लिए नई दरें 15 अप्रैल से लागू होंगी। यह दरें यूनिट लेवल पर तय होंगी। उन्होंने कहा कि खाने-पीने की नई दरें एक अप्रैल से लागू कर दी गई हैं।

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में हर साल लाखों देसी-विदेशी सैलानी यहां की प्राकृतिक खूबसूरती को निहारने के लिए पहुंचते हैं। शुद्ध आबोहवा और प्राकृतिक नजारों से भरपूर हिमाचल की वादियां पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। प्रदेश में घूमने के लिए कई बेहतरीन स्थान हैं। साहसिक गतिविधियों के शौकीनों के लिए भी यहां अच्छे स्थल है। यहां पर रिवर राफ्टिंग, ट्रैकिंग, वॉटर स्पोर्ट्स और पैराग्लाइडिंग आदि का आनंद ले सकते हैं।

सालाना करीब पांच लाख विदेशी सैलानी हिमाचल पहुंचते हैं जिनमें से अधिकतर शिमला का रुख करते हैं। विदेशी सैलानी हैरिटेज टूरिज्म के लिए शिमला, एडवेंचर टूरिज्म के लिए मनाली और आध्यात्मिक टूरिज्म के लिए धर्मशाला का रुख करते हैं। किन्नौर और लाहौल-स्पीति भी विदेशी सैलानियों की पसंदीदा सैरगाह है। प्रदेश अधिकतर प्रमुख पर्यटन स्थलों में पर्यटन निगम के होटल हैं।