आंगनवाड़ी वर्कर भर्ती 2025: जानिए पात्रता, प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज
भारत में आंगनवाड़ी वर्कर भर्ती महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण रोजगार अवसर है। यह भर्ती इंटीग्रेटेड चाइल्ड डेवलपमेंट सर्विसेज (ICDS) के तहत होती है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य एवं शिक्षा में सुधार करना है।
आंगनवाड़ी वर्कर की भूमिका
आंगनवाड़ी वर्कर स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा से जुड़ी सेवाएं प्रदान करती हैं। उनकी मुख्य जिम्मेदारियां हैं:
✔ स्वास्थ्य और पोषण सेवाएं – बच्चों और गर्भवती महिलाओं को आवश्यक पोषण और देखभाल प्रदान करना।
✔ शिक्षा और जागरूकता – बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा देना और समुदाय को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देना।
✔ सामुदायिक सेवाएं – टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना।
आंगनवाड़ी भर्ती 2025: महत्वपूर्ण जानकारी
विवरण | जानकारी |
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पद का नाम | आंगनवाड़ी वर्कर |
शैक्षिक योग्यता | 12वीं पास |
आयु सीमा | 18 से 40 वर्ष |
वेतन | लगभग ₹10,000 प्रति माह |
चयन प्रक्रिया | मेरिट लिस्ट और दस्तावेज़ सत्यापन |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
भर्ती राज्य | उत्तर प्रदेश, ओडिशा, उत्तराखंड, महाराष्ट्र आदि |
आंगनवाड़ी भर्ती 2025 के लिए आवश्यक दस्तावेज
✔ 10वीं और 12वीं की मार्कशीट
✔ आधार कार्ड
✔ निवास प्रमाण पत्र
✔ जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
✔ पासपोर्ट साइज़ फोटो
आंगनवाड़ी भर्ती 2025: आवेदन प्रक्रिया
1️⃣ आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं – अपने राज्य के महिला और बाल विकास विभाग की वेबसाइट खोलें।
2️⃣ आवेदन पत्र भरें – ऑनलाइन/ऑफलाइन आवेदन पत्र को सावधानी से भरें।
3️⃣ दस्तावेज़ अपलोड करें – आवश्यक प्रमाणपत्र और फोटो अपलोड करें।
4️⃣ आवेदन शुल्क जमा करें – यदि आवश्यक हो तो शुल्क जमा करें।
5️⃣ फॉर्म जमा करें – आवेदन जमा करने के बाद उसका प्रिंटआउट लें।
किन राज्यों में हो रही है आंगनवाड़ी भर्ती?
✔ उत्तर प्रदेश – आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर की भर्ती नियमित रूप से होती है।
✔ ओडिशा – आंगनवाड़ी वर्कर और सहायिका के पदों पर नियुक्तियां की जाती हैं।
✔ उत्तराखंड – आंगनवाड़ी सहायिका और कार्यकर्त्री पदों पर भर्तियां होती हैं।
✔ महाराष्ट्र – आंगनवाड़ी वर्कर, मिनी आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं।
आंगनवाड़ी भर्ती के लिए आवश्यक कौशल
✔ संचार कौशल – समुदाय के साथ प्रभावी संवाद की क्षमता।
✔ संगठनात्मक कौशल – योजनाओं को सुचारू रूप से लागू करने की क्षमता।
✔ समस्या समाधान – स्थानीय स्तर पर सेवाएं प्रदान करने की दक्षता।