बद्दी विश्वविद्यालय ने शिक्षा व नौकरियों पर हमीरपुर में की प्रेस वार्ता

बद्दी विश्वविद्यालय हिमाचल की एक जानी मानी विश्वविद्यालय है जो पिछले 20 वर्षों से अच्छी पढ़ाई के साथ साथ अच्छी नौकरी भी बच्चों को दिला रही है। इस प्रेस वार्ता में बद्दी विश्वविद्याल के डायरेक्टर ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट गुलशन संधू ने बताया की पिछले कुछ समय में बाहरी राज्यों में खुले बहुत से निजी विश्वविद्याल हिमाचल के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ के रहें है। बच्चो पढ़ने तो दूसरे राज्य में चले जाते हैं पर वो विद्यालय उन्हें नौकरी नहीं दिलवा पाते जिस कारणवश उन्हें हिमाचल में नौकरी ढूंढने आना पड़ता है जिस से प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ता है क्योंकि बचा अपनी फीस बाहरी राज्य में दे रहा है तथा वो पैसे कमाने हिमाचल में आ रहा है। ये आज के दौर की बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है। गुलशन संधू ने बताया की कैसे बद्दी विश्वविद्याल ऐसी पढ़ाई करवा रहा है की बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ नौकरी के भी अवसर मिल रहें हैं। उन्होंने बताया की बद्दी यूनिवर्सिटी की एकेडमिक एडॉप्शन स्कीम के अंदर बचे पढ़ाई के साथ साथ नौकरी भी कर सकते हैं। बीते महीने बद्दी विश्वविद्याल के तीसरे वर्ष के ६ छात्र ऑरेंज कंपनी में प्लेस हुए जिन्हे 21000 रुपए प्रति माह का वेतन दिया जाएगा। बद्दी विश्वविद्यालय में एकेडमिक एडॉप्शन प्रोग्राम में बी.टेक इलेक्ट्रिकल व मैकेनिकल के बच्चे दूसरी साल से 9000 रूपे पर माह का वेतन हासिल कर सकते हैं। बद्दी विश्वविद्यालय खेल कूद को भी भरावा दे रहा है जिसके लिए उन्होंने विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी बनाई है जिसमे बच्चे प्रोफेशनल क्रिकेटर बन सकते हैं। बद्दी विश्वविद्यालय चारों तरफ से कंपनियों से घिरी हुई है जो बच्चों को कंपनी के तौर तरीकों से वाकिफ करवाता है। इस प्रेस वार्ता में गुलशन संधू के साथ बद्दी विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर पंशुल जमवाल, व मार्केटिंग कार्यपालक यशदीप सिंह चंदेल व रोहित कुमार भी उपस्थित रहे।