मुख्यमंत्री को प्रदेश की नहीं, अपने मित्रों की है फ़िक्र —-लखनपाल

बड़सर उप चुनाव मे बढ़त बना चुकी बीजेपी का चुनावी प्रचार अभियान शहर से गांब और गाँव से हर घर तक पंहुच चूका है! सियासत के समीकरणों मे अभी तक बीजेपी प्रत्याशी इंद्रदत्त लखनपाल बड़सर उप चुनावों मे लगातार बढ़त बनाए हुए है! भले ही इंद्रदत्त लखनपाल ने कांग्रेस से रुष्ट होकर बीजेपी का दामन थाम कर चुनाव लड़ रहे हों लेकिन जनता के बीच रहा उनका मिलनसार स्वभाव और क्षेत्र मे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर किये गए विकास का जादू जनता के सिर चढ़ कर बोल रहा है! भाजपा प्रत्याशी के रूप मे बड़सर से मिल रहा अथह प्यार व आशीर्वाद लखनपाल की जीत को पुख्ता कर चूका है ! इंद्रदत्त को गरीबों का मसीहा मान चुकी बड़सर की जनता उनके चुनावी प्रचार मे कदम से कदम मिलाकर चल रही है और उनकी जीत को पक्का मान रही है! दीगर यह भी है कि जिस तरह से कोरोना काल मे इंद्रदत्त लखनपाल ने अपनी व अपने परिबार के जीवन की परवाह किए बिना घर घर पंहुचकर अपनी जनसेवा को सार्थक बनाया है शायद यह उसी पुण्य का फल है कि दल बदलने के बाबजूद भी जनता इंद्रदत्त के साथ ख़डी हुई है! यहाँ यह कहना भी ग़लत नहीं होगा कि बड़सर की जनता ने यह स्पष्ट कर दिया है उन्हें पार्टी से कोई मतलब नहीं है केवल चेहरा वही चाहिए जो बुरे वक़्त मे आमजन मानस के साथ खड़ा रहा हो! भाजपा प्रत्याशी इंद्रदत्त लखनपाल लोगों के आशीर्वाद के साथ लगातार अपने चुनावी अभियान को गति दे रहे है और रविवार को भी भीषण गर्मी के बीच उन्होंने बड़सर पंचायत सहित आसपास की पंचायतों मे अपना अभियान भारी जनवल के साथ जारी रखा! इस दौरान गाँव गाँव मे नुक्कड सभाओं का आयोजन किया गया जिनमे भाजपा संगठन कार्यकर्ताओं सहित इंद्रदत्त लखनपाल के वह समर्थक भी भारी मात्रा मे शामिल हुए जो 2012 के चुनावों से उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते आ रहे है! इस दौरान लखनपाल ने फिर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुखू पर प्रहार करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री को केवल वही लोग पसंद है जो उनकी जी हजूरी करते है यदि कोई विधायक अपने क्षेत्र की समस्याओं, जनता से किए गए वायदों पर बात करता है तो वह सब उन्हें काले नाग दिखाई देते है! उन्होंने कहा सरकार कोई भी सता मे रही हो मैने हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर बड़सर के विकास और जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दी और जनता के आशीर्वाद से पिछली सरकारों ने बड़सर के बिकास मे अपना भरपूर योगदान भी दिया लेकिन कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री न केवल पिछली सरकारों द्वारा खोले गए संस्थाओं को बंद करवाया बल्कि बड़सर के स्वीकृत कार्यों को भी रोक दिया! लखनपाल बोले प्रदेश मे पूर्व मे रहे मुख्यमंत्रियों का इतिहास जनसेवक और विकास पुरुष का रहा है लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री का इतिहास विधायकों को जलील करना व प्रदेश के विकास को रोकने का रहेगा! क्यूंकि तानाशाह मुख्यमंत्री को न तो जनता की फ़िक्र है और न ही नुमाइंदो की इन्हे फ़िक्र है तो बस अपने उन मित्रों की जिन पर जनता के पैसे की फिजूल खर्ची की जा रही है! उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखू प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री होंगे जिन्हे अपने ही जिला के विधायक तक संभालने नहीं आए! उन्होंने कहा कि केवल मंचों से झूठी घोषणाएं करने व विधायकों को बुरा भला कहने से जनसेवक नहीं बनते है जनसेवक बनने के लिए अपना टन मन धन और अभिमान छोड़ जनता के सुख दुःख मे खड़ा होना पड़ता है लेकिन मुख्यमंत्री विधायकों को भलाबूरा कहकर खुद को जनसेवक मान रहे है, जिसका जबाब अब जनता देगी! लखनपाल ने इस दौरान बड़सर की जनता से आग्रह किया है कि बड़सर मे कमल के फूल पर मोहर लगाकर अपने जनसेवक को वोट करें साथ 5वीं बार सांसद बनने जा रहे अनुराग ठाकुर के पक्ष मे वोट डालकर केंद्र के हिमाचल के हित को मजबूत करें!