सावधान – मार्किट में आया नया स्कैम , कॉल उठाते ही हो जाएगा आपका बैंक अकाउंट खाली

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सावधान – मार्किट में आया नया स्कैम , कॉल उठाते ही हो जाएगा आपका बैंक अकाउंट खाली

NPCI और UPI ने दी चेतावनी, जानें कैसे बचें इस नए धोखाधड़ी से

हाल ही में एक नई धोखाधड़ी की जानकारी सामने आई है, जिसमें ठग ‘कॉल मर्जिंग’ का इस्तेमाल करके यूज़र्स के वन-टाइम पासवर्ड (OTP) चुराकर उनके बैंक अकाउंट्स को खाली कर सकते हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा संचालित यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने इस स्कैम के बारे में चेतावनी जारी की है। अपने पैसों को सुरक्षित रखने के लिए इस स्कैम को समझना और इससे बचने के तरीके जानना बेहद जरूरी है।

कॉल मर्जिंग स्कैम कैसे काम करता है?

  1. अनजान कॉल से शुरुआत: स्कैम की शुरुआत एक अज्ञात कॉल से होती है, जिसमें कॉल करने वाला व्यक्ति दावा करता है कि उसे आपका नंबर किसी जानकार से मिला है।
  2. कॉल मर्ज करने की रिक्वेस्ट: इसके बाद वह कहता है कि उस जानकार को एक अन्य कॉल पर रखा गया है और आपसे कॉल मर्ज करने के लिए कहता है।
  3. OTP की चोरी: जैसे ही आप कॉल मर्ज करते हैं, आपका फोन बैंक की OTP वेरीफिकेशन कॉल से जुड़ जाता है। ठग आपका OTP सुन लेते हैं और इसका इस्तेमाल करके आपके बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं।

UPI की चेतावनी और NPCI की सतर्कता

UPI ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर इस स्कैम को लेकर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, “धोखाधड़ी करने वाले कॉल मर्जिंग के जरिए आपके OTP चुरा रहे हैं, जिससे आपका अकाउंट खाली हो सकता है। सतर्क रहें और अपने पैसों को सुरक्षित रखें।”

कॉल मर्जिंग स्कैम से बचाव के तरीके

  • अजनबी नंबरों से कॉल मर्ज न करें: किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा कॉल मर्ज करने की रिक्वेस्ट पर हमेशा सतर्क रहें।
  • कॉलर की पहचान की पुष्टि करें: अगर कॉल करने वाला व्यक्ति बैंक या किसी परिचित होने का दावा करता है, तो उनकी पहचान की पुष्टि अवश्य करें।
  • OTP को गुप्त रखें: कभी भी किसी को OTP शेयर न करें, चाहे वह बैंक अधिकारी होने का दावा करे।
  • संदिग्ध OTP की रिपोर्ट करें: अगर आपको बिना अनुरोध के कोई OTP आता है, तो तुरंत बैंक को सूचित करें।
  • धोखाधड़ी की रिपोर्ट करें: इस तरह की धोखाधड़ी की सूचना देने के लिए 1930 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें। समय पर रिपोर्ट करने से बैंक आवश्यक कदम उठा सकता है और आपको संभावित नुकसान से बचा सकता है।

धोखाधड़ी के बाद क्या करें?

  • तुरंत बैंक को सूचित करें: अगर आपको लगता है कि आपका OTP चोरी हो गया है या बैंक अकाउंट से अनधिकृत लेनदेन हुआ है, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें।
  • UPI और इंटरनेट बैंकिंग को ब्लॉक करें: संदिग्ध गतिविधि के बाद अपने UPI और इंटरनेट बैंकिंग को तुरंत ब्लॉक करवा दें।
  • साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत करें: आप नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

बढ़ते ऑनलाइन स्कैम और सतर्कता की जरूरत

डिजिटल लेनदेन में तेजी से बढ़ोतरी के साथ ऑनलाइन स्कैम भी बढ़ते जा रहे हैं। कॉल मर्जिंग स्कैम नवीनतम उदाहरण है, जो लोगों को उनकी जागरूकता की कमी का फायदा उठाकर ठगता है। यह जरूरी है कि हम सभी डिजिटल सुरक्षा उपायों को समझें और उन पर अमल करें।

निष्कर्ष: सावधानी ही सुरक्षा है

डिजिटल युग में जहां लेनदेन और बैंकिंग आसान हो गई है, वहीं साइबर धोखाधड़ी के नए-नए तरीके भी सामने आ रहे हैं। कॉल मर्जिंग स्कैम उन्हीं में से एक है, जो आपकी एक छोटी सी गलती का फायदा उठाकर आपके जीवनभर की बचत को चुटकियों में खत्म कर सकता है। इसलिए, सतर्क रहें, जागरूक रहें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें।

क्या करें अगर आप स्कैम का शिकार हो जाते हैं?

  1. तुरंत बैंक को कॉल करें और सभी लेनदेन रोकें।
  2. अपने पासवर्ड और UPI पिन को तुरंत बदलें।
  3. साइबर क्राइम पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें।
  4. 1930 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके धोखाधड़ी की रिपोर्ट करें।

क्या आपने भी कभी कॉल मर्जिंग स्कैम का सामना किया है?

अपने अनुभव हमारे साथ साझा करें और दूसरों को भी इस धोखाधड़ी से सतर्क करें। कमेंट सेक्शन में अपनी राय दें और इस लेख को अधिक से अधिक शेयर करें ताकि और लोग भी सुरक्षित रह सकें।

NPCI और UPI ने दी चेतावनी, जानें कैसे बचें इस नए धोखाधड़ी से

हाल ही में एक नई धोखाधड़ी की जानकारी सामने आई है, जिसमें ठग ‘कॉल मर्जिंग’ का इस्तेमाल करके यूज़र्स के वन-टाइम पासवर्ड (OTP) चुराकर उनके बैंक अकाउंट्स को खाली कर सकते हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा संचालित यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने इस स्कैम के बारे में चेतावनी जारी की है। अपने पैसों को सुरक्षित रखने के लिए इस स्कैम को समझना और इससे बचने के तरीके जानना बेहद जरूरी है।

कॉल मर्जिंग स्कैम कैसे काम करता है?

  1. अनजान कॉल से शुरुआत: स्कैम की शुरुआत एक अज्ञात कॉल से होती है, जिसमें कॉल करने वाला व्यक्ति दावा करता है कि उसे आपका नंबर किसी जानकार से मिला है।
  2. कॉल मर्ज करने की रिक्वेस्ट: इसके बाद वह कहता है कि उस जानकार को एक अन्य कॉल पर रखा गया है और आपसे कॉल मर्ज करने के लिए कहता है।
  3. OTP की चोरी: जैसे ही आप कॉल मर्ज करते हैं, आपका फोन बैंक की OTP वेरीफिकेशन कॉल से जुड़ जाता है। ठग आपका OTP सुन लेते हैं और इसका इस्तेमाल करके आपके बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं।

UPI की चेतावनी और NPCI की सतर्कता

UPI ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर इस स्कैम को लेकर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, “धोखाधड़ी करने वाले कॉल मर्जिंग के जरिए आपके OTP चुरा रहे हैं, जिससे आपका अकाउंट खाली हो सकता है। सतर्क रहें और अपने पैसों को सुरक्षित रखें।”

कॉल मर्जिंग स्कैम से बचाव के तरीके

  • अजनबी नंबरों से कॉल मर्ज न करें: किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा कॉल मर्ज करने की रिक्वेस्ट पर हमेशा सतर्क रहें।
  • कॉलर की पहचान की पुष्टि करें: अगर कॉल करने वाला व्यक्ति बैंक या किसी परिचित होने का दावा करता है, तो उनकी पहचान की पुष्टि अवश्य करें।
  • OTP को गुप्त रखें: कभी भी किसी को OTP शेयर न करें, चाहे वह बैंक अधिकारी होने का दावा करे।
  • संदिग्ध OTP की रिपोर्ट करें: अगर आपको बिना अनुरोध के कोई OTP आता है, तो तुरंत बैंक को सूचित करें।
  • धोखाधड़ी की रिपोर्ट करें: इस तरह की धोखाधड़ी की सूचना देने के लिए 1930 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें। समय पर रिपोर्ट करने से बैंक आवश्यक कदम उठा सकता है और आपको संभावित नुकसान से बचा सकता है।

धोखाधड़ी के बाद क्या करें?

  • तुरंत बैंक को सूचित करें: अगर आपको लगता है कि आपका OTP चोरी हो गया है या बैंक अकाउंट से अनधिकृत लेनदेन हुआ है, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें।
  • UPI और इंटरनेट बैंकिंग को ब्लॉक करें: संदिग्ध गतिविधि के बाद अपने UPI और इंटरनेट बैंकिंग को तुरंत ब्लॉक करवा दें।
  • साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत करें: आप नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

बढ़ते ऑनलाइन स्कैम और सतर्कता की जरूरत

डिजिटल लेनदेन में तेजी से बढ़ोतरी के साथ ऑनलाइन स्कैम भी बढ़ते जा रहे हैं। कॉल मर्जिंग स्कैम नवीनतम उदाहरण है, जो लोगों को उनकी जागरूकता की कमी का फायदा उठाकर ठगता है। यह जरूरी है कि हम सभी डिजिटल सुरक्षा उपायों को समझें और उन पर अमल करें।

निष्कर्ष: सावधानी ही सुरक्षा है

डिजिटल युग में जहां लेनदेन और बैंकिंग आसान हो गई है, वहीं साइबर धोखाधड़ी के नए-नए तरीके भी सामने आ रहे हैं। कॉल मर्जिंग स्कैम उन्हीं में से एक है, जो आपकी एक छोटी सी गलती का फायदा उठाकर आपके जीवनभर की बचत को चुटकियों में खत्म कर सकता है। इसलिए, सतर्क रहें, जागरूक रहें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें।

क्या करें अगर आप स्कैम का शिकार हो जाते हैं?

  1. तुरंत बैंक को कॉल करें और सभी लेनदेन रोकें।
  2. अपने पासवर्ड और UPI पिन को तुरंत बदलें।
  3. साइबर क्राइम पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें।
  4. 1930 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके धोखाधड़ी की रिपोर्ट करें।

क्या आपने भी कभी कॉल मर्जिंग स्कैम का सामना किया है?

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