बिलासपुर घुमारवीं _ 20 अगस्त,आबादी के लिहाज से विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश भारत भी जल संकट से जूझ रहा है। यहां जल संकट की समस्या विकराल हो चुकी है। यही हाल है जिला बिलासपुर घुमारवीं की ग्राम पंचायत मोरसिंधी का हर साल बरसात के मौसम में पानी की पाइप खड्ड में टूट जाती है।
आप को बता दें कि यह समास्या सन् 2012 से हर साल समास्या आ रही हैं। इतना समय बीत जाने के बाबजूद भी सरकार कुछ भी नहीं कर पाई।
यह उठाऊं परियोजना स्कीम परनाल से कुठेडा तक चलती है।
कितनी बार खड्ड में तेज़ बहाव में पाइप टूट जाती है, आज जोड़ जातें हैं,और तीन – चार दिन बाद फिर बारिश होने से फिर पाइप खड्ड में टूट जाती है। अगर आई पी एच विभाग बरसात मौसम के बाद खड्ड में गहरी खुदाई करके नीचे पाइप को दबा दें तो समास्या का हल हो सकता है।
2023 की बात करें तो चार बार बारिश के कारण पानी की पाइप खड्ड में टूट चुकी है, जिसके कारण कई दिनों तक जलआपूर्ति ठप्प रहीं।
11 अगस्त शुक्रवार को हुई तेज़ मुस्लाधार बारिश ने फिर से पानी की पाइप खड्ड में फिर से टूट गई।
आज पानी की सप्लाई आए हुए 10 दिन बीत हो चुके हैं।
कुठेडा जल शक्ति विभाग बरसात के दिनों में पानी देने में विफल रहता है, इस बारे में आई पी एच विभाग इसका स्थाई समाधान करने में असमर्थ हैं।
जिससे कारण, गांव मसधाण, बछड़ी,भटोली, मोरसिंधी के कई गांवों में दस दिनों से पानी नहीं आ रहा है ।
पीने के पानी की कमी ने परेशानी और बढ़ गई है। पानी की समास्या लोगों को झेलनी पड़ रही है।
आईपीएच विभाग के द्वारा हैंड पम्प लगाए गए हैं उनमें भी पानी की समसया आ रही है ।
पानी बहुत कम मात्रा में आ रहा है। ज्यादा मात्रा में आजकल हैंड पम्पो से मिट्टी की मात्रा अधिक आ रहीं हैं। जिसके कारण लोगों को पीने के पानी के लिए परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है। भारी बरसात के मौसम में लोगों को पीने के पानी के लिए बड़ी कठिनाईयों का समाना करना पड़ रहा है
लेकिन आई पी एच विभाग जलापूर्ति की समास्या का समाधान नहीं कर पाई ।
यहां पर एक-दो पानी के हैंड़ पम्प हैं । पानी भी बहुत कम मात्रा से हैंडपंपों से निकल रहा है।
आम जनता ने आई पी एच विभाग कुठेडा से मांग कि हैं कि पीने के पानी की समस्या का हल अति शीघ्र किया जाए।