बीजेपी ने राष्ट्रीय झंडे को गरीब बच्चों से उगाही का बनाया साधन।

आजादी के अमृत महोत्सव मे तिरंगा झंडा वितरण की एवज मे गरीब बच्चों से जवरदस्ती उगाही कर निजी फर्म को फायदा पंहुचा रही है प्रदेश सरकार! यह बात बड़सर के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने सोमवार को जारी परेश ब्यान के माध्यम से कही! विधायक लखनपाल ने कहा की बीजेपी सरकार देश की अटूट सम्पतियों को बेचकर देश को पूंजीवादियों का गुलाम बनाना चाहती है! पूजीवादियों की कठपुतली बनकर बैठी बीजेपी सरकार ने अब राष्ट्रीय झंडे को बेचने के लिए गरीब परिबारों के बच्चों को उगाही का साधन बनाया है! यह मेहरबानी सरकार ने अपने किसी बोर्ड या एजेंसी के फायदे के लिए नहीं दिखाई है बल्कि अपनी चेहती निजी फर्म जो तिरंगे की सप्लाई करती है उसी को फायदा पंहुचाने की एवज मे जबरदस्ती गरीब बच्चों की जेब पर उगाही कर 25 रूपये का अतिरिक्त बोझ डाला है! उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्कूलों मे पढ़ने बाले गरीब बच्चों को राष्ट्रीय झंडा 25 रूपये मे बेचा जा रहा है! जो ग़लत ही नहीं बल्कि सरकार का प्रदेश की गरीब जनता पर कुठारघात है! उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी सरकार हर घर राष्ट्रीय झंडा पंहुचाना चाहती थी तो इसे बच्चों को फ्री मे देती लेकिन सरकार ने गरीब बच्चों को उगाही का साधन बनाकर लूट का नया रास्ता इकतिहार किया है! खाध्य बस्तुओं पर पहले जीएसटी के नाम पर लोगों से लगाने बसुला और अब राष्ट्रीय झंडे को बच्चों को बेचकर उगाही का नया साधन ढूंढा है! उन्होंने कहा राष्ट्र भक्ति और देश प्रेम हर भारतीय के दिल मे बसा हुआ है लेकिन बीजेपी सरकार राष्ट्र सम्मान को गरीब बच्चों को बेचकर देश का अपमान कर रही है! उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि देश का मुखिया पहले भी कह चूका है कि हमारा क्या है हम तो झोली उठाकर चल देंगे, अब समय आ गया है कि पहले प्रदेश मे बीजेपी के नेता झोली उठाकर जाने को तैयार बैठे है और बाद मे केंद्र से भी झोली उठाकर भागने बाले है इसके लिए देश और प्रदेश की जनता ने मन भी बना लिया है! उन्होंने कहा जो राष्ट्रीय मान सम्मान को बेचकर राजनीति चमकना चाहते है अब जनता उनका हिसाब करने बाली है!