एजेंट ने दोनों को कहा कि अगर वे उसे प्रति व्यक्ति 4 लाख 50 हज़ार रुपए देंगे तो वह उन्हें एक महीने के अंदर विदेश भेज देगा। शिकायतकर्ता के अनुसार वे दोनों उसकी बातों में आ गए और पहली किश्त के रूप में उसे 90-90 हज़ार रुपए जिनमें से 20 हज़ार प्रति व्यक्ति नकद और 70 हज़ार रुपए उसके द्वारा दिये गए बैंक खाते में 18 अक्टूबर 2018 को जमा करवा दिए तथा पूरी राशि मिलने पर ही विदेश भेजने की बात कही और उन दोनों ने प्रति व्यक्ति 4 लाख 5 हज़ार रुपए उसे उसके द्वारा बताए गए बैंक खाते में जमा करवा दिए लेकिन रुपए मिलने के बाद उसका व्यवहार बदल गया और निर्धारित समय पर उन्हें विदेश नहीं भेजा।
उन्होंने चंडीगढ़ में उसके बताए पते पर भेंट की और उसने एकबार फिर शिकायतकर्ता और नवीन कुमार को एक महीने में भेजने का भरोसा दिलाया।लेकिन जब एक महीना भी निकल गया तो वह उनके साथ टालमटोल करने लगा। जब इनको आभास हुआ कि वे ठगी का शिकार हो गए हैं तो एक बार फिर दोनों चंडीगढ़ उसके पास गए और उससे अपने रुपए मांगे। और दोनों के जोर डालने पर उन्हें एक एक लाख रुपए लौटा दिए तथा शेष राशि को 3000 हज़ार रुपए प्रति माह क़िस्त के रूप में लौटाने की बात की लेकिन दो किश्तों को भेजने के बाद उसने पैसे देने बन्द कर दिए। शिकायतकर्ता ने कहा कि उनके दत्त धोखा धडी हुई है ।उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि आरोपियों को सजा दिलाई जाय और उनकी बकाया राशि उन्हें दिलवाई जाय ।