CM धामी ने बुलाई बैठक, उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं पर लगेगी रोक.
उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं का बढ़ता हुआ आंकड़ा बेहद चिंताजनक बनता जा रहा है। हाल ही में राजधानी देहरादून में हुई एक दर्दनाक घटना ने प्रदेश में सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे एक तेज रफ्तार इनोवा कार ने सड़क पर खड़े एक ट्रक में पीछे से टक्कर मार दी। इस हादसे में 6 छात्रों की मौत हो गई, जिनमें 3 लड़के और 3 लड़कियां शामिल थे। मृतकों की उम्र 19-24 साल के बीच बताई जा रही है। हादसे में एक अन्य छात्र की हालत गंभीर है और उसका इलाज चल रहा है। यह दुर्घटना एक बार फिर से यह सवाल उठाती है कि क्या राज्य में सड़क सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम हैं, और क्या दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मुख्यमंत्री धामी का बड़ा एक्शन
प्रदेश में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंभीर प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक सड़क दुर्घटना सुरक्षा नियमावली तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। साथ ही, उन्होंने प्रदेश भर में शराब की दुकानों और बार को तय समय पर बंद करने के आदेश भी दिए हैं, ताकि शराब पीकर गाड़ी चलाने से होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
इस संदर्भ में, मुख्यमंत्री ने सीएम आवास पर अधिकारियों के साथ बैठक भी की, जिसमें सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को जल्द से जल्द इस सुरक्षा नियमावली का ड्राफ्ट तैयार करने का निर्देश दिया ताकि इस पर तुरंत काम किया जा सके और प्रदेश में बढ़ रही दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।
समिति का गठन और आने वाली योजनाएं
मुख्यमंत्री धामी के निर्देश के बाद एक समिति का गठन किया जाएगा, जो सड़क दुर्घटनाओं की वजहों का विश्लेषण करेगी और इस पर काबू पाने के लिए सरकार को सुझाव देगी। इस समिति में परिवहन, पुलिस, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारी शामिल होंगे, जो दुर्घटनाओं की संख्या कम करने के उपायों पर विचार करेंगे। इस समिति द्वारा बनाई गई रिपोर्ट के आधार पर सरकार जरूरी कदम उठाएगी।
हाल के सड़क हादसे
हाल ही में उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं की एक श्रृंखला सामने आई है। 12 नवंबर को एक भीषण हादसे में 6 छात्रों की जान चली गई थी। इसके अलावा, रुड़की में भी एक हादसा हुआ जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। देहरादून में भी सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी है, और हाल ही में एक अन्य सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। ये घटनाएं उत्तराखंड में सड़क सुरक्षा की कमी को स्पष्ट रूप से उजागर करती हैं।
सड़क सुरक्षा की आवश्यकता
उत्तराखंड की पहाड़ी और ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर तेज रफ्तार, शराब पीकर गाड़ी चलाना, और खराब सड़क सुरक्षा उपायों के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। इसके अलावा, वाहन चालकों की लापरवाही और सड़कों की खराब स्थिति भी हादसों की प्रमुख वजह बन रही है। राज्य में यह भी देखा जा रहा है कि युवा और छात्र वर्ग सड़कों पर तेज गति से वाहन चलाने में लापरवाही बरत रहे हैं, जो बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बन रहा है।