वीरभद्र खेमे की कांग्रेस नेत्री ने आहत होकर सुक्खू की सभा में किया हंगामा, मंच पहुंच लगाए गंभीर आरोप

हिमाचल कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को अनदेखी से आहत अपने विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा है। सुखविंदर सिंह सुक्खू रविवार को अपने विधानसभा क्षेत्र के गलोड़ कस्बे में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे तो यहां पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री ने अनदेखी से आहत होकर सुक्खू को मंच पर ही खरी-खोटी सुना दी।

गौरतलब है कि कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश कांग्रेस में बड़ा बदलाव किया है और इसमें नादौन विधायक एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह बड़ी जिम्मेदारी दी है जिसके चलते वह पर देश भर का दौरा कर रहे हैं लेकिन रविवार को अपने ही विधानसभा क्षेत्र में वह घिरते हुए नजर आए।प्रचार समिति की कमान संभालने के बाद अपने ही निर्वाचन क्षेत्र के गलोड़ कस्बे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं एक समारोह में पँहुचे थे। गलोड़ में आयोजित सुखविंदर सिंह सुक्खू के इस समारोह के समाप्त होते ही पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निजी सचिव रहे ओंकार सिंह ठाकुर की पत्नी सुमन ने मंच पर पहुंचकर सरेआम अनदेखी के आरोप लगाए। बताया जा रहा है कि सुमन महिला कांग्रेस में अहम पद भी रह चुकी हैं। जनसभा के समापन पर सुमन ठाकुर ने नाराजगी जाहिर करते हुए दिग्गज कांग्रेसी नेता एवं स्थानीय विधायक सुक्खू को खरी खोटी सुनाते हुए कहा की क्या आप हमे नहीं जानते कि हम भी कांग्रेस से जुड़े हुये हैं।उन्होंने आरोप जड़ा कि उन्हें वीरभद्र सिंह का समर्थक होने की वजह से सुक्खू ने अपने संबोधन में उनका नाम तक नहीं लिया। उन्हें सुक्खू द्वारा दरकिनार करने की कोशिशें की जा रही हैं जिसे सहन नहीं किया जायेगा।

उन्होंने मंच पर सार्वजनिक रूप से कहा कि हम भी कांग्रेस विचारधारा के है। इस विषय को कांग्रेस की प्रदेश प्रमुख प्रतिभा सिंह के समक्ष भी उठाया जायेगा। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के समर्थक होना कांग्रेस की मजबूती की निशानी है औऱ पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह के समर्थकों को नादौन क्षेत्र में हतोत्साहित करने की हर कोशिश को दफना दिया जायेगा।
गौरतलब है कि मंच पर हंगामा होते देख कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने बीचबचाव करते हुये मामले को शांत करने की कोशिश की ताकि मामला और न बिगड़ जाए। लेकिन, कांग्रेस के लिए मंच पर इस प्रकार का हल्ला होना इसके भविष्य के लिये शुभ संकेत नहीं माना जा सकता। बताया जा रहा है कि मामला शांत होने के बाद सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सुमन ठाकुर को आश्वस्त किया कि दोबारा ऐसा नहीं होगा और उनको पूरा सम्मान दिया जाएगा।