Contract Employees : संविदा कर्मचारियों के लिए खुशखबरी,पढ़े पूरी खबर।
उत्तराखंड में पर्यटन निगमों के संविदा, आउटसोर्स और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों द्वारा नियमितीकरण की मांग तेज़ हो गई है। संयुक्त कर्मचारी महासंघ कुमाऊं गढ़वाल मंडल विकास निगम ने शासन से अपनी मांगों को पूरा करने और नियमितीकरण प्रक्रिया को तेज़ करने की अपील की है। महासंघ अध्यक्ष दिनेश गुरुरानी ने कहा कि इन कर्मचारियों के नियमितीकरण को लेकर पूरे प्रदेश में शांतिपूर्ण आंदोलन चलाया जा रहा है।
मुख्य मांगें और स्थिति:
- रचनात्मक आंदोलन: कर्मचारियों ने काम प्रभावित किए बिना पर्यावरण संरक्षण की मुहिम चलाते हुए अपनी नियमितीकरण की मांग को उठाया है।
- वादा न पूरा होना: शासन स्तर से नियमितीकरण का वादा किया गया था, साथ ही जीएमवीएन और केएमवीएन को पर्यटन विकास परिषद में मर्ज करने का आश्वासन भी दिया गया था, लेकिन अब तक इन वादों को पूरा नहीं किया गया है।
- कोविड के दौरान योगदान: कर्मचारियों ने कोविड-19 के दौरान अपनी भूमिका का बड़ी ईमानदारी से निर्वहन किया था और राज्य सरकार ने भी इन कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था।
कर्मचारियों की नाराज़गी: कर्मचारियों में इस बात को लेकर गहरी नाराज़गी है कि शासन ने जो आश्वासन दिए थे, उन्हें अब तक लागू नहीं किया गया। सरकार की ओर से नियमितीकरण की प्रक्रिया में हो रही देरी से कर्मचारियों की उम्मीदों पर पानी फिर रहा है।
कोर्ट का आदेश: कुछ समय पहले कोर्ट ने भी संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण पर एक आदेश जारी किया था, जिसमें सरकार से इस संबंध में जवाब मांगा गया था। हालांकि, राज्य सरकार ने पहले ही यह वादा किया था कि संविदा कर्मचारियों को स्थायी किया जाएगा और इसकी तैयारी भी शुरू हो चुकी थी।
अब कर्मचारियों ने सरकार से नियमितीकरण की प्रक्रिया को जल्द से जल्द तेज़ करने की मांग की है ताकि उनके भविष्य को सुरक्षित किया जा सके।