बिहार में स्मार्ट मीटर विवाद: राबड़ी देवी ने नीतीश सरकार पर घोटाले का आरोप लगाया
बिहार में स्मार्ट मीटरों को लेकर सियासत गरमा गई है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने जमकर हंगामा किया, जिसमें राबड़ी देवी के नेतृत्व में विधान परिषद के सदस्य बैनर लेकर प्रदर्शन करते दिखे। इस प्रदर्शन में बैनर पर लिखा था – “स्मार्ट मीटर लूट बंद करो”, “स्मार्ट मीटर हटाना होगा”, “स्मार्ट मीटर घोटाला है”।
विपक्ष का आरोप है कि स्मार्ट मीटर के माध्यम से प्राइवेट कंपनियां राज्य की जनता के साथ बड़ा घोटाला कर रही हैं। इस मुद्दे पर राबड़ी देवी ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि स्मार्ट मीटर से लाखों करोड़ों का घोटाला हुआ है और इसे तुरंत बंद किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि गरीब जनता परेशान है और स्मार्ट मीटर के बिलों को रिचार्ज कराने के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं।
राबड़ी देवी ने नीतीश सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि सरकार को खुद जनता के बीच जाना चाहिए और देखना चाहिए कि स्मार्ट मीटर के कारण कितना बड़ा घोटाला हो रहा है। उनका आरोप था कि सरकार यह कह रही है कि विपक्ष बेवजह हंगामा कर रहा है, जबकि उन्हें हर जगह से स्मार्ट मीटर के खिलाफ शिकायतें मिल रही हैं। उन्होंने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि वे जनता की आवाज़ को संसद में उठा रही हैं, क्योंकि जनता स्मार्ट मीटर को बंद करना चाहती है।
इससे पहले, नीतीश सरकार और विपक्ष के बीच जहरीली शराब के मामलों पर भी तीखी बहस देखने को मिली थी। विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि सरकार झूठे आंकड़े पेश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो 156 मौतों का आंकड़ा दिया है, वह केवल तीन जिलों का है, जबकि पूरे बिहार में इससे कहीं ज्यादा मौतें हुई हैं।
इन मुद्दों पर दोनों पक्षों के बीच तकरार लगातार जारी है और राज्य की राजनीति में यह मुद्दे और अधिक गर्मा सकते हैं।