आजादी के इतने बर्षों के बाबजूद भी डर के साये में जी रहा है हमीरपुर का ये गाँव।

हमीरपुर जिला में आज भी एक गांव ऐसा है जहां जब स्कूल के बच्चों को छुट्टी होती है या जब वे स्कूल जाते हैं तो उनके माता-पिता का हृदय इसी बात से डरता है कि कहीं हमारे बच्चे बह ना जाएं। जैसे कि आप तस्वीरों में देख रहे हैं किस तरह से माता पिता अपने बच्चों को खड्ड पार करवा रहे हैं। बता दें कि यह दृश्य हमीरपुर जिला के लुंडरी गांव का है। जहां प्रतिदिन माता-पिता को अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए इस मशक्कत का सामना करना पड़ता है।

आजादी के कई वर्ष बीत जाने के बाद भी इस गांव को ढंग से स्थानीय प्रशासन या सरकार द्वारा एक रास्ता तक नहीं मुहैया करवाया जा सका। बता दें कि हमने इस मुद्दे कई बार उठाने के बावजूद स्थानीय विधायक या प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। बल्कि इन लोगों की मुसीबत दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।

गांव के स्थानीय लोगों का कहना है कि हमने कई बार इसकी गुहार स्थानीय विधायक को भी लगाई लेकिन आज तक उन्होंने भी कोई कार्यवाही नहीं की। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर हमें या हमारे बच्चों को मानसून के दौरान कुछ हो जाता है तो उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।