मुख्यमंत्री को हरिद्वार भेजने के शब्दों की निंदा करती है कांग्रेस, शब्द वापस लें अन्यथा माफी मांगे

हमीरपुर के जिस बस अड्डा के काम को पूर्व मुख्यमंत्री जयराम शुरू नहीं करवा पाए उसे मुख्यमंत्री ने किया शुरू

– मुख्यमंत्री को हरिद्वार भेजने के शब्दों की निंदा करती है कांग्रेस, शब्द वापस लें अन्यथा माफी मांगे

केंद्र से लेकर प्रदेश स्तरीय भाजप नेता मंगलवार को गांधी चौक पर खाली कुर्सियों को ही भाषण देते रहे। ये बात हमीरपुर उपचुनाव के कांग्रेस प्रत्याशी डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भाजपा का शीर्ष नेतृत्व यहां एकत्रित हुआ उसे हमीरपुर की जनता ने सरेआम नकार दिया है। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा चुने गए विधायक यदि त्यागपत्र देकर पुन: उपचुनाव जैसी स्थिति पैदा करें तो जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि जनता के समक्ष यही बड़ा सवाल है जिसका त्याग पत्र देने वालों को देना होगा कि उन्होंने जनता द्वारा दिए अधिकार का निरादर क्यों किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को हरिद्वार भेजने के शब्दों को वापस लिया जाए अन्यथा माफी मांगी जाए। कांग्रेस राजनीतिक विचारों पर ऐसी भाषा की निंदा करती है। उन्होंने कहा कि भाजपाईयों ने गाधी चौक पर दिए भाषणों में हमीरपुर में कोई विकास न होने की बात कही, लेकिन जनता को यहां पर हुए कार्य दिखते है। उन्होंने कहा कि जिस बस अड्डा को बनाने का काम पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर डबल इंजन की सरकार होते हुए भी करवाने की हिम्मत तक नहीं कर पाए उसे मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह ने ही बाकायदा पर्याप्त बजट का प्रावधान कर शुरू किया है। ऐसे ही अनेकों काम पिछले डेढ़ वर्ष में प्रदेश सरकार ने करवाए है। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर स्वंय बताए कि बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने हमीरपुर के कितने दौरे किए। उन्होंने कई ऐसे कार्यों को रोके रखा जो पिछली भाजपा सरकार के दौरान ही शिलान्यास किए गए थे, लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह ने बिना भेदभाव के चहुंमुखी विकास को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा आपदा के समय प्रदेश के लोगों का दर्द को दरकिनार करते हुए केवल राजनीति करते रहे जबकि मुख्यमंत्री ने एक- एक प्रभावित स्थान पर जाकर लोगों के दर्द को सुना और आपदा में दी जाने सभी राशियों को बढ़ाया। इससे न केवल प्रभावित लोगों को राहत मिली बल्कि उन्हें रहने को आशियाने भी मिले। उन्होंने कहा कि हमीरपुर की जनता अब इनके झांसे में आने वानी नहीं है, चुनावों में जनता जिला के मुख्यमंत्री के साथ खड़ी है और खड़ी रहेगी।