हिमाचल में नशे के बढ़ते प्रकोप पर जयराम ठाकुर का हमला, सरकार पर साधा निशाना
शिमला, 27 फरवरी: हिमाचल प्रदेश में नशे का कारोबार बेकाबू हो गया है और यह प्रदेश के युवाओं के लिए एक गंभीर खतरा बनता जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इस विषय पर चिंता जाहिर करते हुए वर्तमान सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सुक्खू सरकार इस मामले में पूरी तरह विफल रही है और नशा माफिया प्रदेश में खुलेआम अपना नेटवर्क फैला रहे हैं।
नशे के कारण युवाओं की हो रही मौतें – जयराम ठाकुर
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हिमाचल में नशे की लत के कारण युवाओं की मौतें हो रही हैं। पिछले एक हफ्ते में तीन युवाओं की जान नशे की ओवरडोज से चली गई, जबकि असली संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है। उन्होंने इसे बेहद चिंताजनक और शर्मनाक करार देते हुए कहा कि यदि सरकार ने जल्द कड़े कदम नहीं उठाए, तो स्थिति और बिगड़ सकती है।
“नशे के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की जरूरत”
उन्होंने साफ किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नशे के खिलाफ सरकार का समर्थन करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। 19 जुलाई 2024 को ऊना में आयोजित भाजपा प्रदेश कार्य समिति की बैठक में नशे के खिलाफ प्रभावी लड़ाई का प्रस्ताव पारित किया गया था।
“राजनीतिक संरक्षण के कारण नशा माफिया बेखौफ”
जयराम ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश में नशा माफिया को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है, जिसके चलते पुलिस भी कई बार मजबूर हो जाती है। उन्होंने कहा कि जब भी पुलिस माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने की कोशिश करती है, तो राजनीतिक हस्तक्षेप उसे रोक देता है।
सरकार से की यह मांग
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से अपील की कि वह प्रदेश के लोगों को यह भरोसा दिलाएं कि नशे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि नशा कारोबारियों और उनके सहयोगियों की जगह सिर्फ जेल में होनी चाहिए।
“कांग्रेस नेता केवल फेमस होने के लिए पीएम मोदी के खिलाफ बोलते हैं”
इसके अलावा, जयराम ठाकुर ने कांग्रेस नेताओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अनावश्यक बयानबाजी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता खुद को पार्टी आलाकमान की नजरों में लाने के लिए इस तरह के बयान देते हैं।
भाजपा का संकल्प – नशे का उन्मूलन
भाजपा ने साफ कर दिया है कि वह प्रदेश में नशे के खात्मे के लिए सरकार के साथ खड़ी है, लेकिन अगर सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठाती, तो पार्टी स्वयं इस मुद्दे पर जनता के बीच जाएगी।