सरकार की बेरुखी से बदहाल गैंग हट हटवाड़ बना नशेडियों व जुआरियों का अड्डा : राजेश धर्माणी।

विक्रांत शर्मा – लोक निर्माण विभाग अपने द्वारा बनाए गए भवनों का कितना ख्याल रख पा रहा है और भाजपा सरकार इसके प्रति कितनी संवेदनशील है इसका पता चलता है घुमारवीं के हटवाड़ में बनाए गए बदहाल गैंग हट यानि मिनी रेस्ट हाउस की दशा को देख कर । यह बात अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी ने पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि 2017 में उन्होंने विभिन्न मदों से 20 लाख रूपयों की राशि एकत्र करके इस भवन का निर्माण करवाया था। उन्होंने ही 2017 में इस भवन का उद्घाटन भी किया था। उसके बाद सत्ता परिवर्तन हो गया और वर्तमान सरकार के समय इस भवन की हालत इतनी खस्ता हो गई है कि यह खंडहर बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों द्वारा खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए गए हैं। विभाग ने जो दरवाजों पर ताले लगा रखे थे वह भी तोड़ दिए गए हैं। दरवाजे खिड़कियां खुले रहने की वजह से तूफान से टूट रहे हैं। और यह भवन नशेड़ियों और जुआरियों का अड्डा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इस ओर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए कि इस तरह की सरकारी संपत्ति का रखरखाव भलीभांति होना चाहिए। धर्माणी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग में इन दिनों जो भर्तियां की जा रही है उनमें सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि विधवा, अपंग, महिलाएं जो कि वास्तव में नौकरी की जरूरतमंद है उन्हें अधिमान दिया जाए। उन्होंने कहा कि श्रमिक कल्याण बोर्ड में जो पंजीकृत हैं तथा जो मनरेगा के वर्कर हैं उन्हें भी भर्ती करते समय संज्ञान में लिया जाना चाहिए। क्योंकि यह वर्ग एक कमजोर वर्ग है और वास्तव में इन्हें नौकरी की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान इस तरह के संवेदनशील मामलों की ओर नहीं जा रहा जो कि बहुत ही घटिया मानसिकता है। उन्होंने आग्रह किया है कि इन बातों की ओर भी सरकार ध्यान दें।