प्रकृति व पर्यावरण से भावनात्मक जुड़ाव जरूरीः प्रो शशि कुमार

तकनीकी विवि ने “वैश्विक भलाई के लिए वैश्विक विज्ञान” विषय पर मनाया राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
हमीरपुर। वैश्विक भलाई के लिए समाज के हर व्यक्ति का प्रकृति और पर्यावरण के साथ भावनात्मक जुड़ावा होना बहुत ही जरूरी है। जब तक प्रकृति और पर्यावरण से व्यक्ति का भावनात्मक जुड़ाव नहीं होगा, तब तक इसके संरक्षण और संर्वधन की कल्पना करना व्यर्थ होगा। यह बात हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर के कुलपति प्रो शशि कुमार धीमान ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि देश के भौतिकी वैज्ञानिक सीवी रमन द्वारा प्रचलित ‘रमन इफेक्ट’ की खोज की पुष्टि 28 फरवरी 1928 में होने के चलते इस दिन को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्हें इस खोज के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था। कुलपति ने कहा कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस प्रतिवर्ष किसी एक विषय पर केंद्रित रहता है और इस साल का थीम “वैश्विक भलाई के लिए वैश्विक विज्ञान” है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस रोजमर्रा जीवन में विज्ञान के महत्व के बारे में संदेश फैलाने के लिए मनाया जाता है। मानव कल्याण के लिए विज्ञान की सभी गतिविधियों, किए जा रहे कार्यों और उपलब्धियों को प्रदर्शित करना भी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उद्देश्यों में शामिल हैं। साथ ही, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस को विज्ञान के क्षेत्र में उभरते मुद्दों या प्रचलनों पर विमर्श करने व तकनीकी आधारित समाधान खोजने का प्रण लेने के लिए, भारतीय नागरिकों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने व प्रचारित करने वाले प्रयासों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से भी मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक भलाई के लिए भारत के वैज्ञानिकों को हाल ही में कोविड काल में वैक्सीन विकसित करना ताजा उदाहरण है, जिससे पूरे विश्व में भारत को एक नई पहचान मिली है। वैश्विक विज्ञान की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए सभी देशों में वैज्ञानिक अनुसंशान, आपसी सहयोग, सामूहित चुनौतियों से निपटने और वैज्ञानिकों को आपसी नवाचार के क्षेत्र में मिलकर काम करना होगा, जिससे वैश्विक भलाई का काम हो सकें। इसके अलावा जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य अनुसंशान, ऊर्जा व खाद्य सुरक्षा जैसे विषय पर गंभीर से एकजुटता दिखानी होगी। प्राकृतिक आपदा और मानव द्वारा निर्मित आपदा से निपटने के लिए भी एक मंच पर आना होगा। इस वर्ष भारत को जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का असवर मिला है, जिसके लिए राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का थीम “वैश्विक भलाई के लिए वैश्विक विज्ञान” एक सार्थक पहल है। इस मौके पर तकनीकी विवि के अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रो जयदेव सहित प्राध्यापक और विद्यार्थी मौजूद रहे। वहीं, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर विद्यार्थियों की रंगोली, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। दो दिवसीय कार्यक्रम का समापन बुधवार को होगा, जिसमें विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा।