खाद्य आपूर्ति विभाग ने जांच के बाद की कार्रवाई।

हमीरपुर 10 मार्च। बीते दिनों भोरंज उपमंडल की ग्राम पंचायत पपलाह के जंगल में जूट की बोरियां, अनाज के दाने और पुराने बैग इत्यादि फेंकने के मामले में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने जांच पूरी कर ली है।
विभाग के जिला नियंत्रक अरविंद शर्मा ने बताया कि 18 फरवरी को इस मामले का पता चलते ही विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर शिकायतकर्ता, मीडियाकर्मियों तथा अन्य लोगों के समक्ष बोरियों को खोलकर जांच की। जंगल में पड़ी इन बोरियों के साथ पुराने अनाज जैसे-चावल, दालें, गेहूं आदि के पुराने दाने बिखरे पड़े थे। इनके साथ ही 4-5 फटे-पुराने राशन के थैले भी मिले।
तदोपरान्त विस्तृत जांच में पाया गया है कि इन बोरियों में कृषि सेवा सहकारी सभा सीमित हनोह द्वारा दिनांक 09-02-2023 को प्रस्ताव पारित कर सभा की हनोह स्थित उचित मूल्य की दुकान के विक्रेता को सभा की उचित मूल्य की दुकान तथा गोदाम में टाइलें आदि डलवाने के पश्चात बचे वेस्ट मैटिरियल और उचित मूल्य की दुकान में काफी समय से एकत्रित हुए कूड़े-कर्कट को नष्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद विक्रेता पंकज कुमार ने काफी समय से एकत्रित हुए वेस्ट मैटिरियल (टाईलों व शीशों के टुकड़े, कीटनाशक तथा रेत धूल मिश्रित पुराना अनाज जो उपभोक्ताओं को वितरित करते समय नीचे गिरता रहता था) को बोरियों में भरकर पपलाह के जंगल में फेंका था।
जिला नियंत्रक ने बताया कि जांच टीम द्वारा सभा की उचित मूल्य की दुकान हनोह में सभी आवश्यक वस्तुओं के स्टॉक को भी चैक किया गया जोकि सही पाया गया है। उन्होंने बताया कि सभा ने वेस्ट मैटिरियल के साथ कीटनाशकों को जंगल में लापरवाही से फेंकने की बात को स्वीकार किया है। सभा द्वारा इस बारे विभाग को पूर्व सूचना न देने तथा कीटनाशकों को जंगल में अवैज्ञानिक ढंग व लापरवाही से फेंकने पर चार हजार रुपये जुर्माना किया गया है, जिसे सहकारी सभा द्वारा सरकारी कोष में जमा करवा दिया गया है।