गंगोट पंचायत ने पहले पत्रकार को सम्मानित किया बाद में लिया सम्मान वापिस… मुख्यमंत्री दें जबाव।

देहरा। कांगड़ा जिला की ग्राम पंचायत गंगोट का नाम जिस पत्रकार की बजह से PM मोदी ने मन की बात में लिया। उसी पंचायत ने पहले उस पत्रकार को सम्मानित किया बाद में सम्मान वापिस ले लिया। ब्यास प्रेस वेलफेयर एसोसिएशन पत्रकार का अपमान सहन नहीं करेगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को इस मामले का संज्ञान लेना होगा। आज प्रेस कांफ्रेंस करके अध्यक्ष ब्रजेश्वर साकी, विनायक ठाकुर व अनिल डोगरा ने कहा कि पत्रकार अपना अपमान सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि गंगोट पंचायत ने 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रवासी बच्चों को मुख्यातिथि बनाया। जिसकी खबर एक पत्रकार ने अपनी दैनिक अखबार में लगाई। खबर पर पीएम मोदी ने अपनी मन की बात कार्यक्रम में जिक्र किया। पीएम ने तारीफ करते हुए कहा था कि 15 अगस्त के कार्यक्रम में प्रवासी बच्चों को मुख्यातिथि बनाकर दिल जीत लिया। जैसे ही ‘मन की बात’ के 92वें संस्करण में प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को हिमाचल प्रदेश की गंगोट पंचायत का जिक्र किया, जिससे गांववासियों में खुशी का माहौल बन गया। ग्राम पंचायत गंगोट ने भी पत्रकार को सम्मानित किया। लेकिन जैसे ही पत्रकार ने उस फ़ोटो को अपनी फेसबुक पर अपलोड किया। थोड़ी देर बाद ही पंचायत ने पत्रकार को फोन करके कहा कि फ़ोटो को फेसबुक से डिलीट करो। हमनें गलती से आपको सम्मानित किया है। इस मुद्दे पर ब्यास प्रेस वेलफेयर एसोसिएशन की आपातकालीन बैठक बुलाई। जिसमें यह निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया गया कि उक्त ग्राम पंचायत गंगोट पर कार्यवाही की जाए। पत्रकार हर कठिन परिस्थितियों में भी समाज की समस्याओं को उजागर करता है। हर राजनीति व्यक्ति को अपने प्रचार के लिए पत्रकार चाहिए। लेकिन पत्रकारों की समस्या कोई नहीं सुनता। मुख्यमंत्री से भी कई बार अपनी मांगों को रखा गया। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। बड़े ही शर्म की बात है कि चुनावों में किसी भी राजनीतिक दलों ने कभी पत्रकारों की हित की बात नहीं की।

इस मौके पर राजीव शर्मा, विनायक ठाकुर, सचिन शर्मा, अनिल डोगरा, राकेश पटियाल, रक्षपाल शर्मा, आशीष शर्मा, कमल जीत, अविनाश सेठी, अक्षय कुमार, प्रवीण शर्मा, जितेंद्र कंवर, विकास कुमार सहित कई पत्रकार मौजूद रहे।