उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर हादसा: बचाव कार्य जारी, 42 मजदूर अब भी फंसे
चमोली, 28 फरवरी: उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हुआ, जिसमें 57 मजदूर इसकी चपेट में आ गए। अब तक 15 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि 42 मजदूर अब भी बर्फ में फंसे हुए हैं। माना गांव के पास हुए इस भारी हिमस्खलन के बाद सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के मजदूरों को निकालने के लिए बचाव अभियान तेज कर दिया गया है। केंद्र सरकार भी इस आपदा पर लगातार नजर बनाए हुए है।
सीएम धामी ने बचाव कार्य की समीक्षा की
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि खराब मौसम के कारण बचाव अभियान में कठिनाई हो रही है, लेकिन सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर सेवाओं का उपयोग फिलहाल संभव नहीं है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से संपर्क कर स्थिति की जानकारी दी है।
सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
उत्तराखंड सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग (डीआईपीआर) के अनुसार, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आपातकालीन संचालन केंद्र से संचालित हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। जरूरतमंद लोग इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:
- मोबाइल नंबर: 8218867005, 9058441404
- टेलीफोन नंबर: 0135 2664315
- टोल फ्री नंबर: 1070
बचाव कार्य में भारतीय सेना भी जुटी
बीआरओ के कार्यकारी अभियंता सीआर मीणा ने बताया कि बचाव अभियान जारी है, लेकिन भारी बर्फबारी के कारण टीम को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। तीन से चार एम्बुलेंस भी भेजी गई हैं, लेकिन बर्फबारी के कारण वहां पहुंचना कठिन हो रहा है।
भारतीय सेना के मध्य कमान के अनुसार, गढ़वाल सेक्टर में माना गांव के पास एक जीआरईएफ कैंप में हिमस्खलन हुआ, जिससे कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका है। आईबीएक्स ब्रिगेड ने खराब मौसम के बावजूद तेजी से बचाव कार्य शुरू किया और अब तक 10 कर्मियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। सेना उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान कर रही है और अतिरिक्त सैनिकों और उपकरणों को मौके पर भेजा जा रहा है।
बचाव अभियान लगातार जारी है, और प्रशासन का पूरा प्रयास है कि जल्द से जल्द सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए।