MP के इस गांव में जाना लोगों के लिए बना आफत, जानिये क्यों ?
खंडवा जिले का डोरानी गांव इन दिनों एक गंभीर स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहा है, जहां बीमारी के डर के कारण लोग यहां आने से कतरा रहे हैं। गांव की लगभग आधी आबादी चिकनगुनिया और अन्य वायरल बुखार से प्रभावित है, और अब तक 700 से ज्यादा लोग इस बीमारी का शिकार हो चुके हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने इस आंकड़े को छिपाते हुए केवल 40 मरीजों को ही चिकनगुनिया के रूप में दर्ज किया है, जबकि असल स्थिति इससे कहीं अधिक गंभीर है।
गांव के सरपंच राहुल मड़वाल ने बताया कि नवरात्रि के बाद से ही गांव में वायरल बुखार का प्रकोप बढ़ा, और अब भी गांव की आधी आबादी बीमार है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने दवाई का छिड़काव करने के लिए कहा, लेकिन विभाग ने इसका खर्च उठाने के लिए 20 लीटर डीजल की आवश्यकता बताई। इसके बावजूद, गांव के पंचायत ने डीजल का इंतजाम किया और विभाग से कहा कि बिल पक्का कर दिया जाएगा।
इस संकट के दौरान, स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई है, जो पहले ही गांव में बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने में विफल रहा। वहीं, डॉक्टर योगेश शर्मा ने भी पुष्टि की कि जिले में डेंगू और चिकनगुनिया के मामले बढ़े हैं, खासकर ग्रामीण इलाकों में। डेंगू और चिकनगुनिया दोनों मच्छरों के माध्यम से फैलने वाली बीमारियां हैं, जो बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बनती हैं।
इस स्थिति में, ग्रामीणों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जल्द से जल्द ठोस उपायों की जरूरत है, ताकि बीमारी का और प्रसार न हो और गांव के लोग स्वस्थ रह सकें।