Gold Rate Today: सोने की कीमत 3500 डॉलर तक जा सकती है, क्या यह निवेश का सही समय है?
नई दिल्ली: सोने के निवेशकों के लिए एक अहम खबर आई है। 2025 में सोने की कीमतें ऊंचाई के नए रिकॉर्ड बना रही हैं। हाल ही में, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 3,079.01 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई, जो पहले के मुकाबले एक बड़ी छलांग है। इसी बीच, बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) ने अपनी रिपोर्ट में भविष्यवाणी की है कि अगर निवेशकों की मांग बढ़ती रही, तो गोल्ड की कीमत 3,500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है।
2025 में सोने की कीमतों में बड़ोतरी
गोल्ड की कीमत इस साल के पहले तीन महीनों में 15.4% बढ़ी है, वहीं भारत में भी सोने की कीमत 14% बढ़ी है। 28 मार्च को 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 90,980 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई। गोल्ड फ्यूचर्स में भी जबरदस्त तेजी देखी गई और एमसीएक्स पर 0.35% की बढ़ोतरी हुई। इससे सोने के निवेशकों में काफी उत्साह है।
सोने में निवेश बढ़ने के कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका में ट्रेड वार और जियोपॉलिटिकल टेंशन के कारण निवेशक गोल्ड को एक सुरक्षित निवेश विकल्प मान रहे हैं। जब दुनिया में उथल-पुथल होती है, तो सोने की कीमतें तेजी से बढ़ती हैं, क्योंकि इसे पारंपरिक रूप से सुरक्षित निवेश माना जाता है। यही कारण है कि गोल्ड की कीमतें 3,100 डॉलर प्रति औंस के करीब पहुंच चुकी हैं।
सोने के लिए 2025 अच्छा साल साबित हो सकता है
BofA ने अपनी रिपोर्ट में गोल्ड की कीमतों के भविष्य पर बात करते हुए कहा है कि यदि गोल्ड में निवेश की मांग बढ़ती रही, तो अगले दो सालों में इसकी कीमत 3,500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है। फिलहाल दुनिया के केंद्रीय बैंकों के रिजर्व में गोल्ड की हिस्सेदारी 10% है, जो भविष्य में बढ़कर 30% तक जा सकती है।
क्या अब सोने में निवेश करना सही है?
फाइनेंशियल एडवाइजर्स का मानना है कि निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में गोल्ड को शामिल करना चाहिए। गोल्ड में 10-15% निवेश करने से पोर्टफोलियो में विविधता आती है और जोखिम कम होता है। आजकल गोल्ड में निवेश करना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है। निवेशक घर बैठे गोल्ड ईटीएफ (Exchange-Traded Fund) और म्यूचुअल फंड की गोल्ड स्कीम्स में निवेश कर सकते हैं।
गोल्ड में निवेश के फायदे
सोना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, खासकर आर्थिक अस्थिरता के समय।
निवेशक गोल्ड में निवेश के जरिए अपने पोर्टफोलियो को बेहतर तरीके से डाइवर्सिफाई कर सकते हैं।
गोल्ड में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है, जबकि गोल्ड म्यूचुअल फंड में बिना डीमैट अकाउंट के भी निवेश किया जा सकता है।