हरित ऊर्जा और आत्मनिर्भर हिमाचल: सरकार की नई पहल
शिमला: हिमाचल प्रदेश को हरित ऊर्जा और आत्मनिर्भर राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में प्रदेश सरकार लगातार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शनिवार को नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से डॉ. मनमोहन सिंह हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) में आयोजित तीन दिवसीय ‘समृद्ध हिमाचल 2045’ विचार मंथन कार्यक्रम को संबोधित किया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश के सतत् आर्थिक विकास के लिए एक प्रभावी 20 वर्षीय कार्ययोजना तैयार करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने, आत्मनिर्भरता प्राप्त करने और समृद्ध राज्य बनाने के लिए समग्र दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है। इसके तहत विभिन्न क्षेत्रों में नवीन रणनीतियां अपनाई जा रही हैं।
विकास के प्रमुख क्षेत्र
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार राज्य के हरित ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए जल विद्युत परियोजनाओं का विस्तार कर रही है। सरकार ऊर्जा परियोजनाओं में अधिक रॉयल्टी प्राप्त करने के लिए भी प्रयासरत है, जिससे प्रदेश की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी।
इसके अलावा, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने, पर्यटन को प्रोत्साहित करने और शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में अधोसंरचना सुधार के लिए बजट तैयार किया गया है। सरकार प्राकृतिक खेती और डेयरी क्षेत्र के विकास को भी प्राथमिकता दे रही है, जिससे प्रदेश की कृषि और पशुपालन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की भागीदारी
इस सत्र में अमेरिका से जुड़े अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विचारक और उद्यमी सैम पित्रोदा ने प्रदेश के समावेशी विकास के लिए बहुमूल्य सुझाव दिए। उन्होंने हिमाचल के नवाचार प्रयासों की सराहना की और कहा कि प्रदेश सरकार की पहल से आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी। उन्होंने सरकार के साथ अपने ज्ञान और अनुभव को साझा करने की इच्छा भी जताई।
प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर विभिन्न विषय विशेषज्ञ, सरकारी अधिकारी और नीति निर्माता उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश सरकार का यह कदम प्रदेश को आत्मनिर्भर और हरित ऊर्जा का हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इससे राज्य की आर्थिक वृद्धि को मजबूती मिलेगी और आने वाले वर्षों में हिमाचल एक समृद्ध और सतत् विकासशील राज्य के रूप में उभरेगा।