हमीरपुर – विवाह में शराब न परोसने वाले परिवारों को सम्मानित करेगी पंचायत
हमीरपुर जिले के लंबलू ग्राम पंचायत ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए उन परिवारों को सम्मानित करने का फैसला किया है, जो अपने विवाह समारोहों में शराब, तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों का परोसने से परहेज करेंगे। यह निर्णय पंचायत की हाल ही में हुई बैठक के दौरान ग्राम पंचायत प्रधान करतार सिंह चौहान ने लिया।
नशा मुक्त समाज के लिए पंचायत का अभियान
चौहान ने बताया कि लंबलू ग्राम पंचायत क्षेत्र में नशे के खिलाफ एक अभियान चलाया जा रहा है, और इस पहल में महिलाओं की भूमिका अहम रही है। उन्होंने कहा, “पंचायत के अधिकांश परिवारों ने अब विवाह समारोहों में तंबाकू और नशीले पदार्थों का सेवन पूरी तरह से बंद कर दिया है। इस प्रयास को जारी रखने के लिए हम उन परिवारों को सम्मानित करेंगे जो विवाह समारोहों में नशीले पदार्थों से दूर रहते हैं, खासकर महिलाओं के विवाह समारोहों में।”
बैठक में उठे अन्य मुद्दे
बैठक में 2025-26 की कार्ययोजना पर भी चर्चा की गई। ग्रामीणों ने आवारा और जंगली जानवरों के बढ़ते आतंक तथा बुवाई के लिए ट्रैक्टरों की बढ़ी हुई दरों का मुद्दा उठाया। किसान अपनी उपजाऊ भूमि पर बोई गई फसल के जल्द पकने की स्थिति को लेकर चिंतित थे।
इसके अलावा, पंचायत ने यह प्रस्ताव पारित किया कि पेड़ों की कटाई अब पंचायत की अनुमति के बाद ही की जाएगी। पंचायत प्रधान ने कहा कि यह देखा गया है कि कुछ ठेकेदार औषधीय पौधों जैसे हरड़, बेहड़ा, आंवला और फलदार पौधों को भी कटवा रहे हैं, जो प्रतिबंधित प्रजातियों के तहत आते हैं। उन्होंने वन विभाग से अनुरोध किया कि ठेकेदारों को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए जाएं ताकि पेड़ों की कटाई पंचायत की अनुमति के बिना न हो।
नई कर नीति पर निर्णय
पंचायत ने यह भी निर्णय लिया कि जिन परिवारों ने अपने आवासीय और व्यावसायिक भवन किराए पर दिए हैं, उन्हें 20 प्रतिशत कर देना चाहिए। इसके साथ ही, किराएदारों पर नजर रखी जाएगी और नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर अंकुश लगाने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे।
नशा मुक्त समाज की दिशा में एक और कदम
लंबलू ग्राम पंचायत का यह कदम न केवल स्थानीय स्तर पर नशे की समस्या से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, बल्कि यह एक सामूहिक जागरूकता अभियान भी है, जो ग्रामीण समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।