हिडिंबा मंदिर पयर्टन नगरी मनाली की शान, महाकाव्य महाभारत के भीम की पत्नी हिडिंबा को समर्पित।

बिलासपुर घुमारवीं-15 सितंबर, हिमाचल प्रदेश को देवभूमी कहा जाता है, हिडिंबा मंदिर पर्यटन नगरी मनाली की शान है। यहां घूमने आने वाले सैलानी माता के दरबार में हाजरी लगाता है। कुल्लू के पास मनाली में स्थित हिडिंबा देवी मंदिर है, जिसका इतिहास पांडवों से जुड़ा हुआ है। आपको बता दें हिडिंबा देवी मंदिर एक प्राचीन गुफा मंदिर है, जो भारतीय महाकाव्य महाभारत के भीम की पत्नी हिडिंबा देवी को समर्पित है।

ये मंदिर मनाली का सबसे लोकप्रिय मंदिर है, जिसे ढुंगरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। जैसा की आप जानते हैं कि हिडिंबा पांडवों के दूसरे भाई यानी भीम की पत्नी थी। ऐसा कहते हैं कि हिडिंबा एक राक्षसी थी, जो अपने भाई हिडिम्ब के साथ यहां रहा करती थी। कहा जाता है कि उन्होंने वचन लिया था कि जो भी उनके भाई हिडिम्ब को युद्ध में हरा देगा, वे उससे शादी करेगी। कुछ समय बाद पांडव निर्वासन के समय जब यहां पहुंचे तब उन्होंने हिडिम्ब से लड़ाई में उसे हरा दिया। इसके बाद दोनों ने शादी कर लीl

देवदार के वृक्षों से घिरे इस मंदिर की खूबसूरती बर्फबारी के बाद देखते ही बनती है। यह जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर में देवी की कोई मूर्ति स्थापित नहीं है बल्कि हिडिम्बा देवी के पदचिह्नों की पूजा की जाती है। पैगोड़ा वास्तुकला मंदिर की खासियत है। लकड़ी से निर्मित इस मंदिर की चार छतें हैं। नीचे की 3 छतों का निर्माण देवदार की लकड़ी के तख्तों से हुआ है जबकि ऊपरी चौथी छत तांबे एवं पीतल से बनी है। नीचे की छत सबसे बड़ी, दूसरी उससे छोटी, तीसरी उससे भी छोटी और चौथी सबसे छोटी है।