हिमचाल : अब NEETऔर UPSC की तैयारी के लिए गरीब परिवारों की बच्चियों को मिलेगी 1 लाख तक की आर्थिक सहायता।

हिमचाल : अब NEETऔर UPSC की तैयारी के लिए गरीब परिवारों की बच्चियों को मिलेगी 1 लाख तक की आर्थिक सहायता।

ऊना जिला प्रशासन ने सामर्थ्य कार्यक्रम के तहत दो नए घटकों को शामिल कर इस कार्यक्रम का दायरा बढ़ा दिया है। इन नए घटकों के तहत, गरीब परिवारों की बच्चियों को नीट और यूपीएससी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 1 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। उपायुक्त जतिन लाल ने गुरुवार को इन घटकों का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह पहल यह सुनिश्चित करेगी कि वित्तीय कठिनाइयाँ नीट और यूपीएससी की तैयारी में अवरोध न डालें।

यह कदम गरीब परिवारों की बच्चियों को उच्च स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सहायता प्रदान करेगा और उनके डॉक्टर या आईएएस-आईपीएस बनने के सपनों को पूरा करने में मदद करेगा। जतिन लाल ने कहा कि सामर्थ्य कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं, महिलाओं और समाज के विभिन्न वर्गों को सशक्त बनाना और सामुदायिक विकास को प्रोत्साहित करना है। नई पहल के तहत, गरीब परिवारों की वे लड़कियाँ जो नीट और यूपीएससी की तैयारी कर रही हैं, उन्हें आर्थिक सहायता मिलेगी।

इस सहायता के लिए पात्र होने के लिए निम्नलिखित शर्तें हैं:

  • लड़की की आयु 24 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • लड़की ऊना जिले की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
  • लड़की ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रही हो।
  • परिवार की वार्षिक आय 50 हजार रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • लाभार्थी ने किसी अन्य योजना का लाभ नहीं लिया हो।
  • लड़की के पिता का निधन हो चुका हो या वह 70 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग हो।

अधिक जानकारी के लिए उपायुक्त कार्यालय के कमरा नंबर 413 में संपर्क किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि सामर्थ्य कार्यक्रम के तहत पहले से ही गरीब परिवारों की बच्चियों को उच्च शिक्षा के लिए 2 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता और बेटियों की शादी के लिए भी मदद प्रदान की जाती है। उपायुक्त ने सभी जिला वासियों से इस पहल में भाग लेने और अपनी सामर्थ्य के अनुसार आर्थिक सहयोग देने की अपील की है।

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