सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल, 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंचा भाव
नई दिल्ली, 21 मार्च: सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी जारी है और यह नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है। घरेलू बाजार में सोने का भाव 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गया है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह 3,000 डॉलर प्रति औंस के पार चला गया है। आर्थिक मंदी की आशंका और अमेरिका की टैरिफ नीति के चलते निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ़ा है, जिससे इसकी मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है।
पिछले हफ्ते 3% महंगा हुआ सोना
कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स (MCX) पर 18 मार्च की सुबह गोल्ड फ्यूचर्स 369 रुपये यानी 0.40% की तेजी के साथ 88,375 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के मुताबिक, 17 मार्च को 999 प्योरिटी वाला सोना 88,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था। बीते एक हफ्ते में सोने की कीमत में लगभग 3% की बढ़ोतरी देखी गई है।
अमेरिकी टैरिफ नीति और आर्थिक अनिश्चितता ने बढ़ाई कीमतें
वित्तीय विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिका की व्यापार नीतियों और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के चलते सोने की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। ब्रोकरेज फर्म एंजल वन के विशेषज्ञ प्रथमेश माल्या के अनुसार, “अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी से महंगाई और आर्थिक अस्थिरता बढ़ने की संभावना है। यही वजह है कि 2025 में भी सोने की कीमतें ऊंचाई पर बनी हुई हैं।”
क्या 2025 में भी जारी रहेगी तेजी?
क्वांटम म्यूचुअल फंड के मुख्य निवेश अधिकारी चिराग मेहता का कहना है कि 2025 सोने के निवेशकों के लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकता है। वैश्विक स्तर पर बढ़ती आर्थिक अनिश्चितताओं और टैरिफ वॉर के कारण निवेशक सोने को एक सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं, जिससे इसकी कीमतों में मजबूती बनी हुई है।
2024 में सोने ने दिया 20% से अधिक रिटर्न
पिछले साल सोने ने 20% से अधिक का रिटर्न दिया, जबकि प्रमुख शेयर बाजार सूचकांक निफ्टी ने केवल 8.7% का रिटर्न दिया। इस दौरान अमेरिका और भारत में महंगाई में कमी देखने को मिली, जिससे ब्याज दरों में कटौती की संभावनाएं बढ़ गई हैं। एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज के अजय गर्ग के अनुसार, “अगर निवेशकों को लगेगा कि ब्याज दरें घटने वाली हैं, तो वे अधिक रिटर्न की उम्मीद में सोने में निवेश जारी रखेंगे। इसका मतलब है कि 2025 में भी सोने की कीमतों में तेजी बनी रह सकती है।”
निवेशकों के लिए क्या है रणनीति?
वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा समय में सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर हैं, लेकिन अभी भी इसमें निवेश की संभावना बनी हुई है। निवेशकों को केवल मुनाफे पर ध्यान देने के बजाय अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने पर फोकस करना चाहिए। गोल्ड को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, जो लंबे समय में जोखिम को संतुलित करने में मदद करता है। यदि आपके निवेश पोर्टफोलियो में सोने की हिस्सेदारी कम है, तो हर गिरावट पर इसे थोड़ा-थोड़ा खरीदना एक समझदारी भरा फैसला हो सकता है।
निष्कर्ष: सोने की कीमतों में ऐतिहासिक बढ़ोतरी जारी है और यह 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच चुका है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और बढ़ती मांग के कारण इसमें आगे भी बढ़ोतरी की संभावना बनी हुई है। निवेशकों को सोने में निवेश करने से पहले सही रणनीति अपनाने की जरूरत है, ताकि वे दीर्घकालिक लाभ प्राप्त कर सकें।