हिमाचल में अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं का विस्तार, स्वास्थ्य सेवाएं होंगी सुदृढ़
शिमला: प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को आधुनिक बनाने के लिए उन्नत प्रयोगशालाओं की स्थापना और मौजूदा प्रयोगशालाओं के सुदृढ़ीकरण की घोषणा की है। इस पहल के तहत, सरकारी प्रयोगशालाओं में हाई-वॉल्यूम टैस्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने यह जानकारी रोगी कल्याण समिति की सेवाओं को और प्रभावी बनाने के लिए गठित मंत्रिमंडल उप-समिति की बैठक में दी। इस बैठक में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी और आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा भी शामिल हुए।
रोगी कल्याण समिति की सेवाओं में होगा सुधार
मंत्री ने बताया कि रोगी कल्याण समिति द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में गुणात्मक सुधार किया जाएगा। साथ ही, संसाधनों के अधिकतम उपयोग को सुनिश्चित करने और अतिरिक्त संसाधन जुटाने के लिए समिति में गहन चर्चा हुई। बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णयों को मंजूरी के लिए जल्द ही मंत्रिमंडल के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
स्वास्थ्य सुविधाओं का पुनर्गठन
प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता को सुधारने के लिए स्वास्थ्य संस्थानों के पुनर्गठन पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस पहल के अंतर्गत:
- 69 स्थानों पर आदर्श स्वास्थ्य संस्थान स्थापित किए जाएंगे।
- राज्य के प्रत्येक क्षेत्र में अत्याधुनिक उपचार सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
- सभी स्वास्थ्य संस्थानों में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा विकसित किया जाएगा।
स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगा नया आयाम
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सुलभ और विश्वसनीय चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।
इस बैठक में स्वास्थ्य सचिव एम. सुधा देवी, मिशन निदेशक एनएचएम प्रियंका वर्मा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. प्रकाश चंद धरोच, निदेशक चिकित्सा शिक्षा राकेश शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
सरकार के इन प्रयासों से प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं में व्यापक सुधार होगा और लोगों को अपने क्षेत्र में ही उन्नत चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिलेगा।