चंडीगढ़ में हिमाचली छात्र के साथ अमानवीय अत्याचार, पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
चंडीगढ़: पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे हिमाचल प्रदेश के एक छात्र के साथ दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। आरोप है कि सेक्टर-88 स्थित एक कार डीलर और उसके साथियों ने गन पॉइंट पर छात्र को अगवा किया और उसके साथ जबरन अनैतिक कृत्य किए। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
युवक पर किया गया अमानवीय अत्याचार
पीड़ित छात्र का आरोप है कि आरोपियों ने उसे बंदी बनाकर उस पर अत्याचार किए। यहां तक कि उसे बिजली का झटका दिया गया और अमानवीय तरीके से प्रताड़ित किया गया। आरोपियों ने इस पूरी घटना का वीडियो भी बनाया और उसे ब्लैकमेल करने के लिए इस्तेमाल किया।
ब्लैकमेल कर ठगे 30 हजार रुपये, कार भी हड़पने की कोशिश
छात्र के अनुसार, आरोपियों ने जबरन उसके मोबाइल से 30,000 रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। इतना ही नहीं, उसे अपनी एक्सयूवी-500 कार बेचने के लिए मजबूर किया और उसका वीडियो भी बनाया। इसके अलावा, उससे चेक पर हस्ताक्षर करवाकर 4 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई।
मानसिक प्रताड़ना से आत्महत्या की कोशिश
घटना के बाद मानसिक तनाव से गुजर रहे छात्र ने खुदकुशी करने का फैसला लिया। उसने रोते हुए एक वीडियो बनाया और अपने दोस्तों को भेज दिया। शुक्र है कि उसके परिचितों ने समय रहते उसे बचा लिया। इसके बाद, शिमला पुलिस ने छात्र का मेडिकल परीक्षण करवाया और मामले की गंभीरता को देखते हुए जीरो एफआईआर दर्ज की।
पुलिस ने शुरू की जांच, आरोपी फरार
शिमला पुलिस द्वारा मामला सिटी खरड़ पुलिस को सौंप दिया गया है। आरोपियों में कार डीलर सरपंच हरजीत सिंह बैदवान और उसके दो साथी शामिल हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस तरह की घटनाएं न केवल समाज में भय का माहौल पैदा करती हैं, बल्कि युवाओं के मनोबल को भी तोड़ती हैं।
क्या कहती है पुलिस? पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। पीड़ित छात्र को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।