जेपी नड्डा हिमाचल के हितों की रक्षा करने में असफल: अनिरुद्ध सिंह
शिमला, 7 मार्च: हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने हाल ही में बिलासपुर दौरे के दौरान राज्य सरकार और कांग्रेस पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए कड़ी आलोचना की।
“नड्डा ने वर्षों तक हिमाचल की अनदेखी की”
अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि जेपी नड्डा वर्षों तक हिमाचल प्रदेश के हितों की अनदेखी करते रहे और अब अचानक उनका हिमाचल प्रेम जाग उठा है। उन्होंने कहा कि नड्डा राज्य की आर्थिक स्थिति पर बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि भाजपा सरकार के दौरान हुए वित्तीय कुप्रबंधन को नजरअंदाज कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जब कांग्रेस सरकार सत्ता में आई, तब प्रदेश पर पहले से ही ₹75,000 करोड़ का कर्ज था, साथ ही सरकारी कर्मचारियों के लंबित बकाया के रूप में ₹10,000 करोड़ की अतिरिक्त देनदारियां थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की फिजूलखर्ची ने राज्य को इस संकट में डाल दिया और अब भाजपा नेता वित्तीय प्रबंधन पर ज्ञान बांट रहे हैं।
“हिमाचल के अनुदान में केंद्र ने की कटौती”
अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि भाजपा नेता केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल को मिलने वाले अनुदान में कटौती को लेकर चुप हैं। राजस्व घाटा अनुदान भाजपा सरकार के दौरान ₹10,249 करोड़ था, जिसे घटाकर अब सिर्फ ₹3,257 करोड़ कर दिया गया है। इस कटौती से हिमाचल को सीधे ₹7,000 करोड़ का नुकसान हुआ है।
उन्होंने सवाल उठाया कि प्रदेश के भाजपा नेता क्यों नहीं केंद्र से पूछते कि हिमाचल को मिलने वाली वित्तीय सहायता में कटौती क्यों की जा रही है?
“भाजपा सरकार ने किसानों और बागवानों की अनदेखी की”
अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में हिमाचल दूध के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) लागू करने वाला पहला राज्य बन गया है, जिससे किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है। कांग्रेस सरकार ने मंडी मध्यस्थता योजना (MIS) के तहत सेब उत्पादकों के ₹153 करोड़ के बकाया का भुगतान भी किया, जिसे भाजपा सरकार ने लटका कर रखा था।
“आपदा राहत के नाम पर हिमाचल से भेदभाव”
उन्होंने कहा कि हिमाचल में आई प्राकृतिक आपदा के दौरान भारी नुकसान हुआ, लेकिन केंद्र सरकार ने कोई मुआवजा नहीं दिया। जबकि भाजपा शासित राज्यों को आपदा राहत राशि तुरंत जारी कर दी गई। प्रदेश सरकार ने अपने संसाधनों से ₹4,500 करोड़ का राहत पैकेज जारी किया, लेकिन केंद्र से एक पैसा भी नहीं मिला।
“जेपी नड्डा प्रदेश के हितों की रक्षा करने में नाकाम”
अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि हिमाचल से आने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता जेपी नड्डा को प्रदेश के हितों के लिए केंद्र के सामने आवाज उठानी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने प्रदेशवासियों के अधिकारों की अनदेखी की और अब केवल राजनीतिक बयानबाजी कर रहे हैं।
उन्होंने भाजपा नेताओं से सवाल किया कि केंद्र सरकार हिमाचल के राजस्व घाटा अनुदान में कटौती क्यों कर रही है? और प्रदेश के विकास कार्यों के लिए जरूरी फंड क्यों रोका जा रहा है?