प्रदेश में क़ानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त, सरेआम हो रही हैं हत्याएं : जयराम ठाकुर

मंडी : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में क़ानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। आए दिन हत्या का मामला सामने आ रहा है। अपराधियों के हौसलें बुलंद हैं। प्रदेश भर से अपराध के मामले सामने आ रहे हैं। हर तरफ़ माफिया हावी हैं। प्रदेश में अपराध की इतनी घटनाएं पहले कभी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि ऊना में एक हत्या इसके बाद जोगिंदरनगर में फिर एक महिला की हत्या, ऐसा लगता है कि अपराधियों में क़ानून का कोई डर ही नहीं रह गया है। सरकार ने लोगों की सुरक्षा को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। जयराम ठाकुर आज सिराज विधान सभा क्षेत्र के छतरी में स्थानीय लोगों से मिले और उनका हाल चाल जाना।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में आए दिन हत्या के मामले सामने आ रहे हैं। प्रदेश में हर जगह आपराधिक घटनाएं हो रही हैं। लोगों के मन में पुलिस का ख़ौफ़ ही नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस को अपराध रोकने की दिशा में कदम उठाने होंगे। लोगों में सुरक्षा की भावना और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों में क़ानून का भय पैदा करना होगा। सक्रियता बढ़ानी होगी। आज जिस तरह से आपराधिक घटनाएं सामने आ रही हैं वह देवभूमि की पहचान नहीं हैं।

जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में माफियाराज भी चरम पर है। औद्योगिक क्षेत्र में आए दिन अपराध और बाहुबल से लोगों को डराने की घटनाएं सामने आती है। बीबीएन और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में आये दिन किसी को डराने और धमकाने के मामले सामने आते रहते हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि माफिया तंत्र का मज़बूत होना किसी भी लिहाज़ से प्रदेश के लिए हितकर नहीं है। उन्होंने कहा कि नालागढ़ में पहले भी उद्योगपतियों ने माफ़ियाओं की प्रताड़ना से तंग आकर पलायन करने का अल्टीमेटम दे चुके हैं। आये दिन खनन माफियाओं द्वारा किसी न किसी प्रकार की आपराधिक घटना मीडिया की सुर्ख़ियां बन रही हैं। खनन माफ़ियाओं द्वारा दिन दहाड़े गोलीबारी की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं। हर बार पुलिस द्वारा आरोपितों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने में पुलिस द्वारा लापरवाही करने के भी आरोप लग रहे हैं। ज़्यादातर मामलों में कोई सख़्त कार्रवाई नहीं होती। जिससे ऐसे लोगों का मन बढ़ रह है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई न होने के पीछे क्या कारण हैं। मुख्यमंत्री को इस बात का भी पता लगाना चाहिए कि माफ़ियाओं को कौन संरक्षण दे रहा है और क्यों।

नेता प्रतिपक्ष ने सिराज विधान सभा में की लोगों से मुलाक़ात बांटी आपदा राहत सामग्री

नेता प्रतिपक्ष मंगलवार को अपने विधान सभा क्षेत्र सिराज के छतरी इलाक़े में पहुंचे और वहां के स्थानीय लोगों से मिले। इस दौरान उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा किया और आपदा प्रभावितों से मिले। जयराम ठाकुर ने कहा आपदा की वजह से छतरी और आसपास के लोगों का भी काफ़ी नुक़सान हुआ है। अभी तक लोगों को सरकारी राहत भी नहीं मिल पाई है। कई लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गये हैं और उसमें रहना संभव नहीं हैं। ऐसे में लोगों के पास रहने की समस्या उत्पन्न हो गई। जयराम ठाकुर ने आपदा प्रभावितों की हर संभव मदद करने का भरोसा दिया। उन्होंने आपदा प्रभावितों को राहत सामग्री भी वितरित की।

*पूर्व मुख्यमंत्री ने सराज के छत्तरी में आपदा प्रभावितों से की मुलाकात, राहत सामग्री भी बांटी*
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा प्राकृतिक आपदा से प्रभावित परिवारों से किए गए वायदे खोखले साबित हुए हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी प्रभावित परिवारों तक सरकार द्वारा उचित सहायता उपलब्ध नहीं करवाई गई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने गृह विधानसभा क्षेत्र सराज का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने छत्तरी के तहत चाठीनाल और रूछाड़ गांव में प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों से स्थिति की जानकारी ली। ऐसे में प्रभावितों ने दो टूक कहा कि कांग्रेस सरकार ने वायदे जरूर किये हैं लेकिन अभी तक सहायता के रूप में धरातल पर कुछ नहीं हुआ।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसके पश्चात गतु पंचायत में आपदा प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री वितरित की। जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने हिमाचल को आपदा राहत हेतु हजारों करोड़ों की आर्थिक मदद प्रदान की है लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण कि कांग्रेस सरकार जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस सरकार को प्रभावितों को यथाशीघ्र राहत मुहैया उपलब्ध करवाने की जरूरत है।
*मेले-त्यौहार हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक*
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सराज के छतरी के अंतर्गत चपलांदीधार में आयोजित देवता श्री चपलांदु जी के मेला उत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने यहां देवता का आशीर्वाद प्राप्त किया और स्थानीय लोगों का कुशलक्षेम भी जाना। जयराम ने कहा कि मेले एवं त्यौहार हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक होते हैं, इन्हें बढ़ावा देना चाहिए। इस दौरान उन्होंने मेले में आयोजित विभिन्न स्पर्धाओं के विजेता प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया।