मनरेगा व महिला विरोधी है बजट प्रस्ताव-यूनियन — अन्य मजदूरों के बराबर 350 रु दिहाड़ी देने की उठायी मांग.

टिहरा (मण्डी) –
मनरेगा मजदुरों को आज मुख्यमंत्री द्धारा पेश किए गए बजट प्रस्ताव में निराशा ही हाथ लगी क्योंकि मुख्यमंत्री ने उनके दिहाड़ी बढ़ाने के लिए बजट में बात तक नहीं कि और न ही दिहाड़ी में बृद्धि कि गयी है।मनरेगा मज़दूर यूनियन के खंड धर्मपुर के अध्यक्ष करतार सिंह चौहान महासचिव प्रकाश वर्मा,मोहनलाल, रामचन्द, शांता देवी, कंचनलता, कृष्णि देवी, किरणवाला शर्मा,निर्मला देवी,बबली देवी, कुंता देवी, सोमा देवी, रीतू देवी, अनिता देवी, अन्नू देवी, मंजू देवी, रजनी देवी, पूजा देवी, शीला देवी, अति देवी, चन्द्रवंती, कांता देवी, कमलेश,शारदा देवी, नीलम, उर्मिला देवी, सलोचना देवी, आशा देवी, सरोजनी देवी आदि नेमुख्यमंत्री से और मजदूरों के बराबर साढ़े तीन सौ रुपये दिहाड़ी देने की मांग की है।उधर मनरेगा मजदूर यूनियन के राज्य महासचिव भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान में सबसे ज्यादा मज़दूर मनरेगा में ही काम करते हैं जबकि दूसरे विभागों में तो सारा काम ठेके पर ही होता है तो ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री द्धारा मनरेगा मजदुरों की बजट में बात न करना उनके मनरेगा मज़दूर विरोधी सोच को ही दर्शाता है।