प्रदेश के सभी कारागारों में एड्स नियंत्रण पर चिकित्सा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
शिमला, 29 मार्च 2025 – हिमाचल प्रदेश के सभी कारागारों में राज्य एड्स नियंत्रण समिति के तत्वावधान में 28 और 29 मार्च को एक महत्वपूर्ण चिकित्सा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन हिंदुस्तान लेटेक्स फैमिली प्लानिंग प्रोमोशन ट्रस्ट के सहयोग से किया गया, जिसमें प्रदेश के सभी 14 कारागारों के मेडिकल ऑफिसर, फार्मासिस्ट और लैब टेक्नीशियन को एचआईवी/एड्स, यौन रोग, टी.बी., और हेपेटाइटिस की जांच, चिकित्सा, और नियंत्रण से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ राज्य एड्स नियंत्रण समिति के परियोजना निदेशक राजीव कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने इस अवसर पर प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि जेलों में बंद सभी कैदियों को एचआईवी, टी.बी., यौन रोग और हेपेटाइटिस की जांच और शीघ्र चिकित्सा उपलब्ध करवा कर ही हम 95:95:95 के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। यह लक्ष्य भारत और संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित किया गया है, जिसके तहत 2030 तक एड्स को समाप्त करना है। इस लक्ष्य के तीन प्रमुख उद्देश्य हैं:
एचआईवी से पीड़ित 95% लोगों को अपनी स्थिति की जानकारी देना,
निदान किए गए 95% लोगों को उपचार प्रदान करना,
उपचार प्राप्त करने वाले 95% लोगों में वायरस का दमन करना।
राजीव कुमार ने यह भी बताया कि प्रदेश के सभी कारागारों में नियमित रूप से कैदियों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है और भविष्य में भी यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य जांच से वंचित न रहे।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल कैदियों के स्वास्थ्य के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे राज्य में एड्स और अन्य संक्रामक रोगों के नियंत्रण में भी मदद मिलेगी।