मेरठ मर्डर केस: माता-पिता ने ठुकराया, वकील भी नहीं मिल रहा, जेल में अकेली पड़ी मुस्कान
मेरठ: मर्चेंट नेवी के पूर्व अधिकारी सौरभ राजपूत की निर्मम हत्या के मामले में जेल में बंद मुख्य आरोपी मुस्कान रस्तोगी को अब अपने ही परिवार का साथ नहीं मिल रहा है। हत्या में प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ शामिल रही मुस्कान से उसके माता-पिता ने नाता तोड़ लिया है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वे न तो उससे मिलने जाएंगे और न ही उसके केस की पैरवी करेंगे।
सरकारी वकील की मांग
जेल में बंद मुस्कान ने प्रशासन से अपील की है कि उसे एक सरकारी वकील मुहैया कराया जाए, जो उसका केस लड़े। उसकी इस मांग के बाद जेल प्रशासन ने कोर्ट को प्रार्थना पत्र भेज दिया है। अब देखना होगा कि उसे कोई सरकारी वकील मिलता है या नहीं।
परिवार ने किया किनारा
मुस्कान के माता-पिता ने अपनी बेटी के अपराध को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। खास बात यह है कि मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी ही उसे पुलिस स्टेशन लेकर गए थे, ताकि वह अपना अपराध कबूल करे। अब उन्होंने बेटी के लिए मौत की सजा की मांग भी कर दी है।
नशे की लत बनी मुसीबत
मुस्कान और साहिल दोनों ही नशे के आदी बताए जा रहे हैं। जेल में हुई मेडिकल जांच में खुलासा हुआ कि दोनों को नशे की गंभीर लत है। प्रशासन ने उनकी लत छुड़ाने के लिए विशेष दवाएं देनी शुरू कर दी हैं।
सूत्रों के अनुसार, जेल में बंद मुस्कान अपनी बेटी की कोई खबर नहीं ले रही है और लगातार मॉर्फिन इंजेक्शन की मांग कर रही है। वहीं, साहिल भी मारिजुआना की मांग कर रहा है। जेल प्रशासन का कहना है कि 15-20 दिनों में इनकी हालत में कुछ सुधार आने की उम्मीद है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोले हैरान करने वाले राज
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सौरभ राजपूत की हत्या बेहद क्रूर तरीके से की गई थी। उनकी छाती पर तीन बार चाकू से जोरदार वार किया गया, जिससे उनका दिल चीर गया था। इसके बाद उनकी गर्दन और हथेलियां काट दी गईं।
डॉक्टरों के मुताबिक, शव को ड्रम में डालने से पहले चार हिस्सों में काटा गया था। शव सीमेंट से जाम हो चुका था, जिससे उसमें ज्यादा दुर्गंध नहीं आई। इसे निकालने के लिए पोस्टमार्टम हाउस में विशेष कटर का इस्तेमाल किया गया।
प्रेम विवाह बना काल
सौरभ और मुस्कान ने साल 2016 में परिवार की मर्जी के खिलाफ प्रेम विवाह किया था। लेकिन सौरभ के परिवार के अनुसार, शादी के बाद से ही मुस्कान का रवैया ठीक नहीं था। उसे घर के कामों में रुचि नहीं थी और नशीली दवाओं की लत थी। इस केस ने पूरे मेरठ में सनसनी मचा दी है और अब सबकी निगाहें अदालत के फैसले पर टिकी हैं।