1 अप्रैल से शुरू होगा हिमाचल राजकीय संस्कृत शिक्षक परिषद् का सदस्यता अभियान। मई-जून मास में होंगे चुनाव- डॉ मनोज शैल।

हिमाचल राजकीय संस्कृत शिक्षक परिषद् की प्रदेशस्तरीय बैठक अन्तर्जालीय माध्यम से प्रदेशाध्यक्ष डॉ मनोज शैल की अध्यक्षता में रविवार को सम्पन्न हुई। जिसमें दस जिलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि परिषद् की आगामी त्रैवार्षिक चुनावी प्रक्रिया हेतु एक अप्रैल से सदस्यता अभियान शुरू होगा। जिसमें त्रैवार्षिक आजीवन एवं संरक्षक तीन प्रकार की सदस्यता होगी। प्रदेश में सेवारत शास्त्री, संस्कृत प्रवक्ता, संस्कृत महाविद्यालयों के आचार्य एवं डिग्री महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालय के संस्कृत प्राध्यापक सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। सदस्यता आनलाईन एवं आफलाइन दोनों माध्यमों से होगी। परिषद् के महासचिव डॉ अमितशर्मा ने बताया कि मई-जून मास में खण्ड जिला एवं राज्यस्तरीय चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न करवायी जायेगी। जिसके लिए परिषद् के संरक्षक डॉ दुनीचन्द शर्मा (सेवानिवृत्त सोलन) को चुनाव अधिकारी एवं विजय कुमार शास्त्री (सेवानिवृत्त हमीरपुर) को चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। इनके मार्गदर्शन में ही जिलों के चुनाव अधिकारी एवं पर्यवेक्षक नियुक्त होंगे जो जिला एवं खण्डों की चुनावी प्रक्रिया पूर्ण करवायेंगे। परिषद् ने प्रदेश में सेवारत सभी संस्कृत शिक्षकों से अधिक से अधिक संख्या में परिषद् की मजबूती हेतु सदस्यता अभियान को सफल बनाने का निवेदन किया है।

शिक्षण-अधिगम-सामग्री (TLM) का निर्माण कर शिक्षा विभाग को प्रस्तुति देंगे संस्कृत शिक्षक
इसके साथ बैठक में निर्णय लिया गया कि अभी हाल ही में निदेशालय में निदेशक स्तर पर हुई बैठक में लिए गए निर्णयानुसार विद्यालयों में संस्कृत के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं नवाचार के लिए प्रदेश में सेवारत शास्त्री अध्यापकों का एक समूह शिक्षण अधिगम सामग्री (TLM) तैयार कर शिक्षा विभाग को प्रस्तुति देगा। परिषद् इसके लिए बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करेगी। यह समूह भविष्य में विद्यालयों में नवाचारात्मक संस्कृत गतिविधियों के संचालन हेतु भी कार्य करेगा। इसके लिए सभी शिक्षकों से गूगल फार्म के माध्यम आवेदन आमंत्रित किए जायेंगे।