स्वास्थ्य सेवायें देने बारे मंत्री के दावे खोखले-भूपेंद्र।

धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं खस्ताहाल,एक्सरे और लैब का कहीं पर नहीं है इंतजाम

टिहरा मण्डी) – मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी धर्मपुर लोकल कमेटी ने जकशक्ति मंत्री के उस बयान पर हैरानी जताई है जिसमें उन्होंने ने धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ होने की बात मीडिया में कही है।माकपा के सचिव और पूर्व ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने कहा कि इस विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवायें बहुत ही दयनीय स्थिति में है।उन्होंने कहा कि कहने के लिए संधोल और धर्मपुर में 100-100 बिस्तरों के अस्पताल हैं और टिहरा में 50 बिस्तरों का अस्पताल है।लेक़िन सुविधाओं के नाम पर यहां इन अस्पतालों में कोई इंतजाम नहीं है जिसके कारण गम्भीर बीमारियों वाले नब्बे प्रतिशत मरीजों को ईलाज के लिए अन्य जगहों पर या निजी अस्पतालों की शरण में महंगा ईलाज करवाना पड़ता है।इस खंड के किसी भी अस्पताल में महिला रोग विशेज्ञ डॉक्टर उपलब्ध नहीं है तो दूसरी तरफ अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद भी ख़ाली पड़े हैं।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि जलशक्ति मंत्री की गृह पँचायत के समीप बन रहे मढ़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बिल्डिंग का कार्य पिछले चार साल से लटका हुआ है।मंत्री ने अभी हाल ही में सजाओपीपलु, चोलनगढ़ और मंडप को भी सममुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने की घोषणा कर दी है लेकिन इन स्वास्थ्य केंद्रों में लैब सुविधा भी उपलब्ध नहीं है और न ही अन्य सुविधाओं में बृद्धि की गई है केवल मात्र नाम पटिका बदली गयी है।यहां तक कि टिहरा अस्पताल में भी एक्सरे और लैब की सुविधा तक उपलब्ध नहीं है जिसे मंत्री ने 50 बिस्तरों वाला अस्पताल घोषित कर दिया है।इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डरवाड़,चोलथरा, हिउन पेहड्ड और स्योह में भी टैस्टों की सुविधा उपलब्ध नहीं है।उन्होंने कहा कि अस्पतालों में नियुक्त डॉक्टर बिना लैब और एक्सरे सुविधा के केवल फार्मशिस्ट की भूमिका निभा रहे हैं जो छोटी मोटी बीमारियों की दवाई देते हैं और टैस्ट करवाने के लिए मरीजों को सरकाघाट या हमीरपुर जाना पड़ता है। टेस्टों की सुविधा नहीं होने के कारण कोई भी मरीज़ इन स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर समय बर्बाद नहीं करना चाहते हैं और उन्हें या तो नीजि अस्पतालों में महंगे दामों पर इलाज़ करवाना पड़ रहा है या फिर टांडा या आई जी एम सी शिमला और पीजीआई चंडीगढ़ जाना पड़ रहा है।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि यदि स्वास्थ्य केंद्रों में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हो जायें तो लोगों के लाखों रुपये ख़र्च होने से बच जायेंगे।वर्तमान में मरीज़ों को टैक्सियों के माध्यम से हर रोज़ मंडी, हमीरपुर और टांडा या फ़िर प्राईवेट अस्पतालों में इलाज़ के लिए जाना पड़ रहा है।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि जलशक्ति मंत्री भवन निर्माण को ही स्वास्थ्य सुविधा मानते हैं जबकि इन भवनों के निर्माण में ठेकेदारों को तो ज़रूर फ़ायदा होता है और कुछ हिस्सा नेताओं को भी जाता है।पूर्व पार्षद ने बताया कि धर्मपुर स्वास्थ्य खण्ड में ही 220 पद कर्मचारियों के खाली पड़े हैं।जिनमें सबसे ज्यादा स्टाफ़ नर्सों और लैब तकनीकसीयनों के हैं।सरकार ने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लैब के कमरे और डिलीवरी रूम बनाये हैं लेकिन सिर्फ़ बिल्डिंग और कमरे ही बने हैं और स्टाफ़ कहीं पर भी नहीं है।इस प्रकार बिना स्टाफ़ के मंत्री का यह ब्यान की उन्होंने डेढ़ सौ करोड़ के भवनों के निर्माण पर ख़र्च कर दिये हैं से यह बात झूठी कहानी की तरह है और जनता के साथ धोखा है।