विधायक आशीष शर्मा ने बुधवार को पशुपालन विभाग के जागरूकता शिविर में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।

विधायक आशीष शर्मा ने बुधवार को पशुपालन विभाग के जागरूकता शिविर में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस मौके पर पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ मनोज, वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप पाटिल सहित अन्य विभागीय अधिकारियों ने उनका स्वागत किया व सम्मानित किया। इस जागरूकता शिविर में जिलाभर से किसान व पशुपालक मौजूद रहे। इस दौरान पशुपालकों ने विधायक के समक्ष पशुपालन से संबंधित पेश आ रही समस्याओं को रखा। इस मौके पर विधायक ने कहा कि पशुपालकों को मिलने वाले इंजेक्शन अच्छी गुणवत्ता के मिलने चाहिए। मर्जी की कम्पनी के इंजेक्शन पशुपालकों को मिले। ताकि वह अपनी मर्जी अनुसार कम्पनी के इंजेक्शन ले सकें। उन्होंने कहा कि वह भी पशुपालक परिवार से संबंध रखते हैं। उनके घर पर भी दुधारु गाय हैं। इसके साथ ही उनकी गौशाला में भी कई पशु हैं। जिला में कई ऐसे लोग हैं जिनकी आर्थिकी पशुपालन पर निर्भर है। ऐसे में इन लोगों को समस्याएँ न आएँ , इसके लिए पूरी कोशिश की जाएगी और मुख्यमंत्री के समक्ष व बजट सत्र के दौरान विधानसभा में भी पशुपालकों की समस्याएँ रखी जाएंगी। उन्होंने कहा की पशुपालक सरकार की योजनाओं से वंचित न रहें। विभाग यह सुनिश्चित करे कि ग्रामीण स्तर पर किसानों व पशुपालकों को सरकार व विभागीय योजानाओं का पता होना चाहिए। इस मौके पर पशुपालकों ने पंजाब व हरियाणा की तर्ज पर हिमाचल में भी पशु मेला व मंडियां लगाने की मांग की। इसके साथ ही पशुपालकों के लिए आपताकालीन नंबर शुरु करने की मांग रखी। विधायक ने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर इनकी मांगों को सरकार से पूरा करवाया जाएगा। उन्होंने कहा की अच्छी नस्ल के पशु किसानों को अगर मिलेंगे तो अच्छा दुग्ध उत्पादन होगा। उन्होंने कहा की हमीरपुर में पशु पॉलिक्लिनिक नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष एक वेटरनरी कॉलेज की मांग भी रखी है। इसके साथ ही आने वाले समय में हमीरपुर में पॉलिक्लिनिक भी बनाया जाएगा। ताकि किसानों को अपने पशुओं को लेकर पालमपुर न जाना पड़े। इस कार्यक्रम में सहायक निदेशक डॉ मुंशी कपूर, डॉ अभिनव सोनी, डॉ यूजविंदर, डॉ पंकज, जूनियर वेटरनरी इंस्पेक्टर सुरिंदर बरोल, नीरज कटोच व अभिषेक शर्मा सहित जिला भर से पशुपालक मौजूद रहे।