विधायक इंद्र दत्त लखनपाल और डीसी ने की चैत्र मेले की तैयारियों की समीक्षा

अधिकारियों को दिए निर्देश, 12 मार्च से आरंभ होंगे बाबा बालक नाथ के मेले

दियोटसिद्ध 14 फरवरी। विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने मंगलवार को बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में जिला और उपमंडल स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक करके चैत्र मास मेले की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में जिलाधीश एवं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास की आयुक्त देबश्वेता बनिक, न्यास के अध्यक्ष एवं बड़सर के एसडीएम शशि पाल शर्मा और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में मेले से संबंधित सभी प्रबंधों को लेकर व्यापक चर्चा की गई।
इस अवसर पर इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि मेले के दौरान बाहर से बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध की जानी चाहिए। इनमें किसी भी तरह की कमी नहीं रहनी चाहिए। उन्हांेने कहा कि इस दौरान ट्रैफिक व्यवस्था, पेयजल और बिजली की आपूर्ति, सफाई तथा अन्य सभी व्यवस्थाएं सुचारू रहनी चाहिए। विधायक ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को पूरे दियोटसिद्ध क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत करवाने और जलशक्ति विभाग के अधिकारियों को मेले के दौरान पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान जिलाधीश देबश्वेता बनिक ने बताया कि मेले के सुचारू आयोजन के लिए एसडीएम बड़सर को मेला अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जबकि डीएसपी बड़सर मेला पुलिस अधिकारी होंगे। इनके अलावा बाबा बालक नाथ मंदिर परिसर और इसके आस-पास के क्षेत्र को पांच सैक्टरों में बांटा जाएगा और प्रत्येक सैक्टर के लिए सैक्टर मैजिस्ट्रेट तथा सैक्टर पुलिस अधिकारी तैनात किया जाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेले के दौरान मंदिर को 24 घंटे खुला रखा जाएगा।
जिलाधीश ने बताया कि मेले के लिए 150 अतिरिक्त पुलिस कर्मचारी और 175 होमगाड्र्स की तैनाती की जाएगी। इनके अलावा सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पुलिस कंट्रोल रूम से भी कड़ी नजर रहेगी। मेले के दौरान आग की घटनाओं को रोकने के लिए अग्निशमन वाहन और अग्निशमन कर्मचारी 24 घंटे अलर्ट रहेंगे।
श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग और आयुर्वेद विभाग के चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मचारी 24 घंटे तैनात रहेंगे। खाद्य वस्तुओं की क्वालिटी सुनिश्चित करने के लिए फूड सेफ्टी अधिकारी की डयूटी लगाई जा रही है।
मेले के दौरान पार्किंग व्यवस्था, बस एवं टैक्सी सुविधा, लंगर व्यवस्था और अन्य प्रबंधों को लेकर भी व्यापक चर्चा की गई।