ई-लर्निंग से गरीब बच्चों के लिए सुलभ होगी आधुनिक शिक्षा : धर्मेंद्र प्रधान।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने एनआईटी में किया कंप्यूटर सेंटर और ई-क्लासरूम्स का उदघाटन।

स्कूली बच्चों की करियर काउंसलिंग की दिशा में कार्य करें संस्थान के विद्यार्थी : अनुराग ठाकुर

हमीरपुर 21 जून। केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि शिक्षा व्यवस्था में प्रौद्योगिकी के समावेश पर विशेष बल दिया जा रहा है तथा ई-लर्निंग के माध्यम से गरीब से गरीब बच्चों को भी आधुनिक शिक्षा सुलभ बनाने के लिए केंद्र सरकार ने एक हजार करोड़ रुपये का विशेष प्रावधान किया है। इसके तहत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सहयोग से शैक्षणिक चैनल की संख्या 34 से बढ़ाकर 60 की जा रही है तथा 200 नए टीवी एवं ई-चैनल्स शुरू करने का प्रस्ताव है। धर्मेंद्र प्रधान मंगलवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर के परिसर में लगभग 47 करोड़ 11 लाख रुपये की लागत से निर्मित आधुनिक कंप्यूटर सेंटर तथा 16 करोड़ 62 लाख रुपये की लागत से बने ई-क्लासरूम्स के उदघाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में 3 से 23 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों एवं विद्यार्थियों पर फोकस किया गया है तथा बच्चों की समग्र शिक्षा के लिए 3 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार और उसमें प्रौद्योगिकी के समावेश में एनआईटी से संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। इसके लिए एनआईटी हमीरपुर को भी आगे आकर अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करना चाहिए। इस प्रतिष्ठित संस्थान का लाभ यहां पढऩे वाले विद्यार्थियों के अतिरिक्त हिमाचल के अन्य विद्यार्थियों को भी मिलना चाहिए।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी के इस दौर में जॉब प्रोफाइल्स और रोजगार के अवसर बहुत ही तेजी से बदल रहे हैं। जहां कई नौकरियां खत्म हो रही हैं तो वहीं रोजगार की कई नई संभावनाएं भी पैदा हो रही हैं। एनआईटी जैसे संस्थानों को इन नई संभावनाओं के अनुरूप भी कार्य करना होगा। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एनआईटी हमीरपुर ने अपने 36 वर्ष के सफर में कई सराहनीय मुकाम हासिल किए हैं और राष्ट्रीय स्तर पर इसकी रैंकिंग बहुत अच्छी है। उन्होंने कहा कि संस्थान के सभी लंबित मुद्दों के प्राथमिकता के आधार पर समाधान के अलावा संस्थान को पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए भी शीघ्र ही उचित कदम उठाए जाएंगे।

उदघाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार ने एनआईटी परिसर में ढांचागत विकास के लिए करोड़ों रुपये का प्रावधान किया है। इस इफ्रास्ट्रक्चर एवं आधुनिक सुविधाओं का लाभ संस्थान के विद्यार्थियों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश के अन्य बच्चों को भी मिलना चाहिए। अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि स्कूली बच्चों को एनआईटी का भ्रमण करवाया जाना चाहिए तथा उन्हें संस्थान की प्रयोगशालाओं, अन्य शैक्षणिक तथा खेल सुविधाओं से परिचित करवाना चाहिए, ताकि वे इनका लाभ उठाकर बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम हो सकें। अनुराग सिंह ठाकुर ने एनआईटी के शिक्षकों से आग्रह किया कि वे स्कूली बच्चों के साथ भी नियमित रूप से संवाद करें तथा इन बच्चों का मार्गदर्शन करें। संस्थान के विद्यार्थी भी स्कूली बच्चों के मैंटोर बनकर उनकी करियर काउंसलिंग की दिशा में कार्य करें।
इस अवसर पर एनआईटी के निदेशक प्रोफेसर एचएम सूर्यवंशी ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि और अन्य अतिथियों का स्वागत किया तथा संस्थान की उपलब्धियों की जानकारी दी। जबकि, संस्थान के कुलसचिव योगेश गुप्ता ने सभी का धन्यवाद किया।
उदघाटन समारोह में उपायुक्त देबश्वेता बनिक, एसपी डॉ. आकृति शर्मा, कामगार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राकेश शर्मा बबली और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।