भुंतर हवाई अड्डे में जल्द एयरक्राफ्ट उड़ाएंगे एनसीसी कैडेट।

भुंतर हवाई अड्डे में एनसीसी कैडेट जल्द ही एयरक्राफ्ट उड़ाते दिखेंगे। जो काम प्रदेश सरकार नहीं कर पाई, उसे अब भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण कर रहा है। भुंतर हवाई अड्डे में एयरक्राफ्ट को हैंगर (पार्किंग) तक ले जाने के लिए ट्रैक का निर्माण एक दशक से लटका हुआ था।

सरकार ने यहां 2012 को एयरक्राफ्ट के लिए हैंगर का निर्माण तो कर दिया है, लेकिन ट्रैक को नहीं बनाया गया। इस मामले को कई बार एनसीसी ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के सामने रखा। प्रदेश सरकार ने इसके लिए बजट नहीं होने का हवाला दिया।

अब एनसीसी प्रबंधन ने सूबे के करीब 1,100 एनसीसी कैडेटों के भविष्य के लिए दिल्ली में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण से इस मसले को उठाया है, जिसे अथॉरिटी ने स्वीकार करते हुए लगभग 70 लाख की लागत से बनने वाले टैक्सी ट्रैक के निर्माण के लिए टैंडर की प्रक्रिया को भी शुरू कर दिया है।

एनसीसी कुल्लू को मई 2018 को एनसीसी कैडेटों के प्रशिक्षण के लिए दो सीट वाले दो एयरक्राफ्ट मिले हैं, लेकिन हैंगर के लिए ट्रैक न होने से उन्हें भुंतर हवाई अड्डे में नहीं उतारा गया है। एनसीसी कुल्लू के कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन एसके शर्मा ने कहा कि अभी पटियाला में एनसीसी कैडेटों का प्रशिक्षण करवाया जा रहा है।

खस्ताहाल हो गया है हैंगर

भुंतर हवाई अड्डे में 2012 को बनाए गए हैंगर की हालत खस्ता हो गई है। मरम्मत और रखरखाव न होना इसका कारण है। उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि लोक निर्माण विभाग से इसका एस्टीमेट मांगा गया है। इसी साल हैंगर की मरम्मत की जाएगी।