ब्यूरो बिलासपुर – भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नई स्कीम निकाली है जिसे अग्निपथ नाम दिया गया है। वास्तव में यह एक फर्जी स्कीम है जिसके साथ प्रधानमंत्री मोदी एक बार फिर जनता के सामने हाजिर है। यह बात अखिल भाारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव तथा पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी ने पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि मसला सारा रक्षा बजट घटाने का है, यहां भी पैंशन सरकार को दुखती है, पहले कर्मचारियों की दुखती थी तो एनपीएस लाए और अब अग्निवीर। युवा को ठगा जा रहा है और बीजेपी के नेता कार्यकर्ता जबरदस्त तरीके से सरकार के साथ मिलकर लोगों को बेवकूफ बनाने में लगे हैं। यह योजना युवाओं से धोखा है । इससे पूर्व सैनिकों को मिलने वाली सुविधाएं भी प्रभावित गी और आने वाले समय में देश में अराजकता फैलेगी। उन्होंने कहा कि इसमें भारतीय सेना में सैनिकों को चार साल ठेके पर रखा जाएगा। वो भी मात्र 6 महिने की ट्रेनिगं देकर। इस से सेना का राजनीतिकरण होगा, चार साल बाद कुछ लोग आगे नौकरी करेंगे बाकी 11 लाख रुपये देकर घर भेज दिये जायेंगे जिनमें उनका अपना योगदान भी होगा। यह कोई नई बात नहीं है सेना में शार्ट सर्विस कमीशन का प्रावधान पहले से है फर्क़ इतना है कि उसमे ऑफिसर रिटायर होते हैं और बाद में अच्छी खासी सरकारी या गैर सरकारी नौकरी पाते हैं। उन्हें कैन्टीन सुविधा भी मिलती रहती है। इस योजना में सादा फौजी रिटायर होंगे जो कि बाद में प्राइवेट सिक्युरिटी गार्ड मात्र ही बन पाएंगे क्योंकि सरकारी नौकरी का कोई चांस नहीं होगा। मतलब सारी उम्र क्लास फोर की नौकरी और आधी रोटी मिलेगी । धर्माणी ने कहा कि इससे पहले भी मोदी के फैसले जनता के गले की फांस बने हैं जिनमें नोटबंदी से लाखों लोगों को अपनी नोकरियों से हाथ धोना पड़ा। भारत की अर्ध व्यवस्था औंधे मुंह गिर गई मोदी इसकी जवाब देही से साफ बच निकले। जीएसटी से व्यपारियों के अच्छे दिन तो दूर उल्टे जीएसटी व्यपारियो की गले की फांस बन गई बहुत से व्यपारियों के कारोबार ठप हो गए ओर बहुत से व्यपारियों को आत्म हत्या करनी पड़ी। कोरोना ने पूरे विश्व में सबसे ज्यादा तांड़व मचाया ओर लगभग 40 लाख लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। अनप्लांड लाक डाऊन से देश में भारी अफरा तफरी मचा दी थी। मजदूरों को शहरों में रोटी के लाले पड़ गए थे। क्योंकि साहब ने एक झटके में सब बंद कर दिया वो भी किसी की सलाह लिए बिना । फिर शुरू हुआ मजदूरों का अपने बीबी बच्चों के साथ हजारों किमी का सफर। कुछ ने रास्ते में दम तोड़ दिया कुछ गिरते पड़ते बड़ी मुश्किलो से अपने गांव पंहुचे। भारत पाकिस्तान बंटवारे के समय पलायन के बाद ये दूसरा सबसे बड़ा पलायन था वो भी बिना वजह करवाया गया मोदी फिर अपनी जवाबदेही से भाग खड़े हुए। कुल मिला कर वर्तमान केंद्र सरकार के सारे फैसले जन विरोधी हैं जिनके बारे में आम जनता को समझना चाहिए।