निरमंड का नगाडी गांव आज भी सड़क सुविधा से कोसों दूर।

लोक निर्माण विभाग निरमंड के अंतर्गत नोर पंचायत के बागी वार्ड के साथ लगता नगाडी गांव, जो आज भी आजादी के सात दशकों के बाद सड़क सुविधा से नहीं जुड़ पाया है। इस गांव के लिए वर्षों से चली आ रही मांग आज तक सरकार पूरी नहीं कर पाई है।बता दें कि नगाडी गांव नोर पंचायत और बागा सराहन पंचायत की सीमा के बीच पड़ता है और बिना सड़क सुविधा से आज तक पीसता आ रहा है।हालांकि लोक निर्माण विभाग कई वर्षों से बागी से नगाडी के लिए सड़क सुविधा देने में अब तक कागजों में ही उलझा हुआ है।और आज जब गांव में आपातकालीन स्थिति आई तो एक मरीज़ महिला को कुर्सी में बैठकर कंधे पर उठाकर सड़क मार्ग तक गांव के कुछ लोगों ने पीड़ित महिला को सड़क मार्ग तक लाया। हालांकि सरकार ने दावा किया कि आनी विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च करके सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है।
और हाल ही में बजट सत्र के दौरान आनी के विधायक किशोरी लाल सागर ने मुख्यमंत्री से आनी विधानसभा क्षेत्र में बन रही सड़कों पर कई प्रश्न विधानसभा में पेश किए। और विधायक को जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आनी विधानसभा क्षेत्र में सड़क सुविधा के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे है। और आजकल विधायक भी समाचार पत्रों में खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं कि आनी में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। और आज आखिर में सवाल उठता है कि आनी विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च करके सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है तो इस गांव के साथ सरकार दोगलापन क्यों कर रही है।
वहीं मरीज़ महिला के पति कौंल राम का कहना है कि उनकी पत्नी अचानक बीमार पड़ने से अस्पताल ले जाने के लिए गांव के कुछ युवाओं की मदद से उनकी पत्नी को सड़क मार्ग तक पहुनाने में काफ़ी परेशानियां झेलनी पड़ी। उनका ये भी कहना है कि वर्ष 2016 में नगाडी गांव के लिए अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत स्वीकृत किया गया है। और वर्ष 2018 में इस सड़क मार्ग के प्रति ग्रामीणों ने बागीपुल में हुए जनमंच कार्यक्रम के दौरान भी मंत्री को इस से अवगत कराया गया था मगर आज तक विभाग ने इस पर सुध नहीं ली। वहीं स्थानीय निवासी नरेश कुमार का कहना है कि सड़क मार्ग के ना होने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार और लोक निर्माण विभाग से इस सड़क मार्ग को जल्द से जल्द बनाने की मांग उठाई है।